ट्रैवलिंग ऑप्शन्स: घूमने-फिरने के हैं शौकिन तो, अपनी लिस्ट में शामिल करें भारत की ये ऐतिहासिक इमारतें
- ये इमारतें दुनियाभर के पर्यटको को करती हैं आकर्षित
- संस्कृति, परंपराओं और मंदिरों से जाना जाता है भारत
- देखने जरूर जाएं ये इमारतें
डिजिटल डेस्क, भोपाल। अपनी संस्कृति, परंपराओं, विरासत, मंदिरों, किलों और महलों में समृद्ध भारत को दुनिया के कुछ बेहतरीन ऐतिहासिक स्मारकों का घर कहा जाता है। मुगलों ने ना केवल इतिहास बल्कि भारतीय आर्किटेक्चर में भी अपना बहुत महत्वपूर्ण योगदान दिया है। यहां कई ऐसी खूबसूरत इमारतें हैं, जिन्हें बनने में एक से दो साल नहीं बल्कि 10 से 20 साल लगे हैं और ये इमारतें दुनियाभर के पर्यटको को आकर्षित करती हैं। जब हम प्रसिद्ध भारतीय स्मारकों के बारे में सोचते हैं, तो लाल किला और आगरा किला जैसे स्मारक हमारे दिमाग में सबसे पहले आते हैं। आए भी क्यों ना उनकी शानदार आर्किटेक्चर, सुंदरता और आश्चर्यजनक रूप से सुंदर संरचनाओं ने न केवल भारतियों को बल्कि विदेशी पर्यटकों को भी अपनी ओर आकर्षित किया है। ये स्मारक भारत के गौरवशाली अतीत की कहानियां सुनाते हैं। अगर आपको भी घूमने-फिरने का शौक है तो आज इस आर्टिकल में हम आपको भारत के कुछ खास ऐतिहासिक स्थलों के बारे में बताएगें जो भारत की संस्कृति और खूबसूरती का अनूठा नमूना पेश करता है।
लाल किला
भारत की सबसे प्रसिद्ध ऐतिहासिक इमारतों में से एक लाल किला भारत में मुगल वास्तुकला का एक और शानदार प्रदर्शन है। इस स्मारक को भी शाहजहां ने बनवाया था और यह भी यूनेस्को की विश्व धरोहरों के स्थलों में शामिल है। हर साल यहां प्रधानमंत्री स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं और राष्ट्र को संबोधित करते हैं।
कुतुब मीनार
दुनिया की सबसे ऊंची मीनारों में से एक कुतुब मीनार का निर्माण कुतुबुद्दीन ऐबक ने शुरू किया था लेकिन इस बीच उनकी मौत हो जाने के कारण बाद में इसे मुगल शासकों ने पूरा किया। यह लाल बलुआ पत्थर से बना एक विशाल स्तंभ है, जो अपनी आर्किटेक्चर और इतिहास के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है।
यह भी पढ़े -कभी नहीं पड़ेंगे बीमार! अपनाएं ये ट्रिक्स
बुलंद दरवाजा
बुलंद दरवाजा, जिसका अर्थ है 'जीत का द्वार'। इसे महान मुगल सम्राट अकबर ने गुजरात पर अपनी जीत का जश्न मनाने के लिए बनवाया था। यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों में से एक यह स्मारक दुनिया का सबसे ऊंचा प्रवेश द्वार है जो आगरा के पास फतेहपुर सीकरी में स्थित है।
शालीमार बाग
श्रीनगर में 'प्यार के घर' के नाम से मशहूर इस खूबसूरत कृति को सम्राट जहांगीर ने अपनी रानी नूरजहां को खुश करने के लिए बनवाया था। झीलों और बगीचों की भूमि में स्थित, शालीमार बाग सभी फूल प्रेमियों के लिए एक खूबसूरत जगह है। यह बाग चीनी खानों और बगीचे के झरनों के पीछे बने धनुषाकार आले के लिए प्रसिद्ध है।
डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (डॉक्टर/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।