स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी सलाह भोजन संबंधी इन बातों का रखे खास ध्यान, लू से ऐसे करें खुद का बचाव
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश के ज्यादातर हिस्सो में तेज बारिश के साथ तेज गर्मी पड़ रही है। सभी लोग इस चिलचिलाती गर्मी से परेशान हैं। पारा 45 डिग्री के आसपास है इससे लोगों को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। मई-जून के इस महीने में लू लगने से लेकर फूड पॉइजनिंग जैसी समस्याओं का जोखिम काफी अधिक देखा जाता है। ऐसे में इस गर्मी में खुद का ध्यान रखना बेहद ही जरुरी है। क्योंकि कई केस में ये आपके लिए गंभीर बीमारी बन कर भी उभर सकती है। वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी सभी लोगों को इन दिनों में बढ़ रहे लू और गर्मी के कारण फूड पॉइजनिंग के जोखिमों से बचाव करते रहने को कहा है। बच्चों में इस तरह के जोखिम अधिक हो सकते हैं इसलिए माता पिता अपने बच्चों का खास ख्याल रखें।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी सलह?
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से साझा की गई जानकारियों और सुझावों के मुताबिक सभी लोगों को गर्मी और तेज धूप से निरंतर बचाव करते रहने की आवश्यकता है। हालांकि थोड़ी सी सावधानी बरतकर लू लगने के कारण होने वाली समस्याओं से बचाव किया जा सकता है। यदि आप या कोई अन्य व्यक्ति, लू लगने के कारण होने वाले लक्षणों जैसे - चक्कर आना, जी मिचलाना, अत्यधित प्यास लगना, पेशाब कम होना, हांफना या दिल की धड़कनों का तेज होना और सिरदर्द, का अनुभव कर रहा है तो उसे तुरंत डॉक्टर के पास ले जाएं।
भोजन संबधी इन बातों का रखे खास ध्यान
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि इन दिनों में सभी लोगों के लिए भोजन से संबंधित सावधानियों का ध्यान रखना भी बहुत आवश्यक है। ऐसा करके आप बीमारियों से बचाव कर सकते हैं। पहले तो स्वस्थ-पौष्टिक और ताजी चीजों का ही सेवन करें साथ ही दिनभर में कम से कम 3-4 लीटर पानी जरूर पीएं।
तेज धूप के समय खाना पकाने से बचें।
खाना पकाने के एरिए को हवादार रखें। खिड़कियां-दरवाजे खोलकर रखें।
शराब-चाय, कॉफी या कॉर्बोनेट पेय पदार्थों का अधिक सेवन न करें।
अधिक प्रोटीन वाली चीजें या फिर बासी भोजन से बचाव करें।
अगर आपको पेट खराब होने-दस्त जैसी दिक्कतों का अनुभव हो रहा है तो डॉक्टर से तुरंत मिलें।
डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (डॉक्टर/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।