बैठे रहने से ब्लड फ्लो में आती है रुकावट, बिमारियों का भी बढ़ता है खतरा
हेल्थ टिप्स बैठे रहने से ब्लड फ्लो में आती है रुकावट, बिमारियों का भी बढ़ता है खतरा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आज कल लोग अपनी व्यस्त लाइफ स्टाइल ओर काम के ऑवर लोड के कारण खुद को समय नहीं दें पाते है और अपनी सेहत का भी खयाल नहीं रख पाते है। वहीं अनियमित खान-पान, नियमित व्यायाम ना करना लोगों की आदत हो गई है। जहां तक थाड़ी दूर जाने के लिए भी लोग गाड़ी मोटर का उपयोग करते है। जबकि पैदल चलने ओर फिजिकली एक्टीव रहने से ही ब्लड सर्कुलेशन सही रहता है।
अच्छे ब्लड सर्केुलेशन से ही प्रत्येक कोशिका तक ऑक्सीजन पहुंचती है। लेकिन ऑफिस में लगातार बैठे रहना भी हमारे लिए मुश्किल साबित हो रहा है। बैठें रहने से भी रक्त का फ्लो सही से नहीं हो पाता है, जिससे हाथ-पैर सुन्न होने लगते है, त्वचा ड्राई हो सकती है, नाखून टुटने लगते है और बाल भी झड़ने लगते है।
रिसर्च के अनुसार, ब्लड फ्लो के स्लो होने या ब्लड सर्कुलेशन सही ना रहने के लिए लंबी सिटिंग, हाई ब्लड प्रेशर, स्मोकिंग हैबिट, हैल्दी डाइट ना लेना और एक्सरसाइज की कमी को अहम वजह बताया गया है।
लॉन्ग सिटिंग
बैठते या लेटते ही पैरों की मांसपेशियों में ब्लड फ्लो 90% तक स्लो हो जाता है। लॉन्ग सिटिंग से ब्लड क्लॉटिंग की आशंका बढ़ती है। ऐसे में 30 मिनट की सिटिंग के बाद 3 मिनट का गैप जरूर होना चाहिए।
हाई ब्लड प्रेशर
ब्लड प्रेशर के ज्यादा होने से आर्टरीज के कड़क होने का खतरा पैदा हो जाता है, इससे ब्लड फ्लो में रुकावट आती है।
धूम्रपान छोड़ें
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार, सिगरेट और तंबाकू में निकोटिन के रूप में एक्टिव इनग्रेडिएंट होता है। ये धमनी की दीवारों को नुकसान पहुंचाता है, ब्लड को गाढ़ा करता है। इससे ब्लड फ्लो सर्कुलेशन सही से नहीं होता है। जो की हमारे शरीर में बिमारियों को बुलावा देता है।
पत्तेदार सब्जियां और वॉक
पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक आदि में नाइट्रेट पाया जाता है, जिससे शरीर नाइट्रिक ऑक्साइड में बदलता है। ये ब्लड वेसल्स को चौड़ा करता है। इससे ब्लड फ्लो सुधर आता है। ऐसे ही यदि कम से कम 5 किलोमीटर प्रतिघंटे की स्पीड से वॉक किया जाए तो ब्लड फ्लो के लिए बहुत फायदेमंद है।