बटन दबाते ही पैदा होंगे बच्चे,अंग्रेजी साइंटिस्ट का दावा बिना प्रेग्नेंट हुए महिलाएं बनेंगी मां, साइंटिफिक तकनीक से तैयार गर्भ में पलेंगे बच्चे, देखिए वीडियो
गर्भ के बाहर बनेंगे बच्चे बटन दबाते ही पैदा होंगे बच्चे,अंग्रेजी साइंटिस्ट का दावा बिना प्रेग्नेंट हुए महिलाएं बनेंगी मां, साइंटिफिक तकनीक से तैयार गर्भ में पलेंगे बच्चे, देखिए वीडियो
डिजिटल डेस्क,दिल्ली। इंसानो के भविष्य को लेकर तरह तरह की खबरें और रिपोर्ट सामने आते रहती हैं। हाल ही में आई एक रिपोर्ट में कहा गया था कि एक समय आएगा जब दुनिया में पुरुष नहीं रहेंगे, केवल महिलाएं ही रहेंगी। हाल ही में जो दावा किया जा रहा है उसे जानकर शायद आप कहें असंभव लेकिन कहते हैं न विज्ञान तो असंभव को भी संभव बना देता है। अब दावा किया जा रहा है कि बच्चों को पैदा होने के लिए मां को गर्भवती होने की जरुरत नहीं होगी और न ही डिलिवरी में होने वाले दर्द को बर्दाश्त करना होगा। यानी अब बच्चे नकली गर्भ में पैदा होंगे मतलब मशीनी गर्भ से आइए जानते हैं कैसे?
कृत्रिम भ्रूण केंद्र में रहेगा बच्चा
साइंस कम्यूनिकेटर और वीडियो प्रोड्यूसर हाशेम अल घैली ने दावा कि बर्थ पॉड्स में बच्चे विकसित किए जाएंगे। उन्होंने कहा है कि असल में यह दुनिया का पहला कृत्रिम भ्रूण केंद्र होगा जिसमें आप बच्चे को विकसित होते हुए देख सकेंगे। हाशेम ने दावा किया कि बच्चे भविष्य में पुश बटन तकनीक के माध्यम से पैदा होंगे। इसमें गर्भधारण होगा लेकिन किसी महिला के शरीर में नहीं बल्कि बर्थ पॉड्स में, यह एक ऐसा भ्रूण होगा जिसे आप देख सकेंगे।
जरुरत के अनुसार डाल सकते हैं आदतें
दावा किया जा रहा है कि इस प्रकिया के तहत पैदा होने वाले बच्चों को विकसित होते हुए देख सकेंगे साथ ही आप उनके अंदर मानसिक आदतें भी डलवा सकते हैं। इस फैसिलिटी को एक्टोलाइफ नाम दिया गया है यहां पर एक कंप्यूटर मैटिक्स बनाया जाएगा। जिसमें मनुष्य के व्यवहारों की संपूर्ण जानकारी होगी। आपको जिस तरह के बच्चे चाहिए होंगे उसी तरह के बच्चे पैदा किए जा सकेंगे। इसे आप इस तरह से समझ सकते हैं कि अगर क्रिकेटर बच्चा लाना है तो उसके जेनेटिक्स में बदलाव करके आप बच्चे पैदा कर सकते हैं।
घर में लगवा सकेंगे बर्थ पॉड्स
बर्थ पाॉड्स के बारे में बताया जा रहा है कि आप इनको अपने घर में भी लगवा सकेंगे। ताकि अपने आखों के सामने अपने बच्चे को विकसित होते हुए देखा जा सके। जानकारी के अनुसार भ्रूण केंद्र में 400 बेबी पॉड्स होंगे। सारे के सारे रीन्यूएबल एनर्जी से चलेंगे। इसमें आप बच्चे के जरूरी वाइटल्स को एप के माध्यम से मॉनिटर कर सकेंगे या फिर सुधार कर सकेंगे। इन बर्थ पॉड्स में आर्टिफिशिल अंब्लिकल कॉर्ड होगी जिसके माध्यम से ऑक्सीजन और पोषक तत्व बच्चे तक पहुंचाई जाएगी।
वीडियों में पॉड्स में रखे बच्चों को देखकर लग रहा है कि यहां पर बच्चों की खेती की जा रही है। जबकि हाशेम का कहना है कि यह केवल एक कॉन्सेप्ट है इसको लेकर किसी को भी परेशान होने की जरूरत नहीं है। इंसान को ऐसी तकनीक विकसित करने में सालों लग सकते हैं हालांकि जिस तरह से यह तकनीक विकसित हो रही है उससे लगता है कि इस काम को अधिक दिन नहीं लगेंगे।
दावों पर उठ रहे सवाल
लेकिन हाशिम अल घैले के इन दावों के और सामने आए वीडियो और फोटो के बाद इस कॉन्सेप्ट के बाद से ही विवाद छिड़ गया है। कुछ लोगों का कहना है कि इससे गर्भधारण की नैतिक अवधारणा को नुकसान पंहुच रहा है। बच्चों को इस तरह से पैदा करना नैतिकता के खिलाफ है।
हाशेम का कहना है कि गर्भधारण करना कोई मजाक की बात नहीं है गर्भधारण करने के बाद महिलाओं को दर्द से गुजरना पड़ा है कई बार तो महिलाओं की हालात खराब हो जाती है। कई देशों में जहां पर सुविधाएं नही है वहां पर गर्भधारण करना खतरे से खाली नहीं है। हाशेम कहते हैं हम तो केवल एक आइडिया देना चाहते हैं कि इस तरह से भी बच्चे पैदा होंगे।