हेल्थ टिप्स: क्या आपने भी रक्षाबंधन पर खाई हैं दिल खोल कर मिठाइयां? सेहतमंद रहने के लिए आज ही करें डिटॉक्स

  • रक्षाबंधन पर खूब खाया है मीठा तो करें शरीर को डिटॉक्स
  • करें कार्डियो एक्सरसाइज और वॉक
  • डिटॉक्स वॉटर है फायदेमंद

Bhaskar Hindi
Update: 2024-08-20 13:27 GMT

डिजिटल डेस्क, भोपाल। रक्षाबंधन पूरे भारत में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। अक्सर त्योहारों पर हम सभी घरों में तरह-तरह की मिठाइयां और मसालेदार खाना बनता है। जिसमें कुछ पकवान ऐसे होते हैं जिसे डीप फ्राई किया जाता है जोकि हमारे शरीर के लिए नुकसानदेह होते हैं। लेकिन ऐसे खास मौके पर सेहत की चिंता छोड़ कर लोग जमकर खाते हैं। इन चीजों को खाने के बाद मन तो खुश हो जाता है पर पेट से जुड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ जाता है। जिसके बाद कई बार गैस और अपच की समास्या होने लगती है। अगर रक्षाबंधन पर आपने भी मसालेदार खाने, पूड़ियां और मिठाइयां खाई हैं तो अब शरीर को डिटॉक्स करने की बारी है। ऐसा करने से शरीर से हानिकारक टॉक्सिन बाहर निकल जाते हैं और फिर बीमारियों का खतरा कम हो जाता है। इससे बॉडी डिटॉक्स होता है और पाचन भी बेहतर हो जाता है। तो चलिए जानते हैं डिटॉक्स करने के कुछ तरीके।

एक्टिव रहें

अगर आपने त्योहारों पर खूब मिठाई और तला हुआ खाया है तो अब बॉडी को डिटॉक्स करने की बारी है। डिटॉक्स के लिए आप खुद को एक्टिव रखें। एक्टिव रहने के लिए आप कार्डियो एक्सरसाइज और वॉक कर सकते हैं। इसके लिए आपको रोजाना 20 से 30 मिनट कार्डियो एक्सरसाइज करना चाहिए। अगर कार्डियो करने का मन न हो तो आप केवल वॉक भी कर सकते हो।

डिटॉक्स वॉटर का करें इस्तेमाल

बॉडी डिटॉक्सिफिकेशन के लिए डिटॉक्स वॉटर का पीना बेहद अच्छा माना जाता है। इसे बनाना बहुत ही आसान है। इसके लिए आप खीरे और पुदीने का इस्तेमाल कर सकते हैं। डिटॉक्सिफिकेशन के लिए ये काफी फायदेमंद होता है। आप इसे रात को बना कर रखें और सुबह पिएं। इसके अलावा अगर आप चाहें तो आप दिन में बनाकर रख सकते हैं और फिर पूरे दिन पी सकते हैं। इससे बॉडी डिटॉक्स तो होती ही है साथ में आपका पाचन भी बेहतर होता है।

फास्टिंग है फायदेमंद

शरीर से टॉक्सिन को बाहर करने का सबसे अच्छा तरीका फास्टिंग है। इसके लिए आप हफ्ते में एक दिन का फास्ट रख सकते हैं। अगर आप पूरे दिन की फास्ट नहीं रखा पाते हैं तो इंटरमिटेंट फास्टिंग भी कर सकते हैं। ये आपकी बॉडी को डिटॉक्स करने में मददगार साबित होता है।

डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (डॉक्टर/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।

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