ब्रिक्स: रूस ने कहा ब्रिक्स ना कभी सैन्य संगठन रहा ना बनने की कोई योजना बना रहा
- 2006 में एक अंतर-सरकारी संगठन के रूप में हुई ब्रिक्स की स्थापना
- रूस ने 01 जनवरी, 2024 को ब्रिक्स की अध्यक्षता संभाली
- ब्रिक्स के विस्तार से नाटो को चिंता
डिजिटल डेस्क, मास्को। रूस का कहना है कि ब्रिक्स कभी भी सैन्य संगठन नहीं रहा है और न ही बनने की प्लानिंग कर रहा है। रूस का ये भी कहना है कि चाहे उस पर जो भी आरोप लगते रहे हो।
शनिवार को रूसी विदेश मंत्रालय ने कहा ब्रिक्स कभी भी सैन्य संगठन नहीं है, ना कभी रहा है, ना बनने जा रहा है। उसने आगे कहा ब्रिक्स एक अंतरराष्ट्रीय संगठन या एकीकरण संरचना भी नहीं है, बल्कि समान विचार वाले सदस्यों वाला एक बहुराष्ट्रीय संगठन है। मंत्रालय ने ये सब द टाइम्स में सितंबर में छपे एक लेख पर टिप्पणी करते हुए कहा । आपको बता दें इस आर्टिकल में ब्रिक्स के विस्तार से नाटो को चिंतित होने की बात कही थी।
मंत्रालय ने कहा कि ब्रिक्स एक बहु-विषयक रणनीतिक साझेदारी है, जो तीन स्तंभों (राजनीति और सुरक्षा, अर्थशास्त्र एवं वित्त और संस्कृति एवं मानवीय संबंध) पर टिकी हुई है। मंत्रालय ने अपने बयान में कहा ब्रिक्स भागीदारों के बीच संबंध समानता, आपसी सम्मान, खुलेपन, व्यावहारिकता, एकजुटता और सबसे अहम बात किसी के विरोध न करने पर आधारित हैं।
यूनीवार्ता से मिली जानकारी के अनुसार मंत्रालय ने कहा कि ब्रिक्स का एक मुख्य उद्देश्य निष्पक्ष और बहुपक्षीय विश्व आर्थिक प्रणाली बनाना है। मंत्रालय ने ब्रिक्स का विस्तार विश्व अर्थव्यवस्था में बदलावों को दर्शाता है और अंतरराष्ट्रीय मामलों में विकासशील राज्यों की भूमिका को मजबूत करने में योगदान देता है। मंत्रालय ने ये भी कहा कि अपनी स्थापना के बाद से ही इस ब्लॉक ने अंतरराष्ट्रीय कानून और सभी देशों की संप्रभुता के सम्मान के आधार पर अंतरराष्ट्रीय विवादों के शांतिपूर्ण समाधान का समर्थन किया है।
आपको बता दें ब्रिक्स की स्थापना 2006 में एक अंतर-सरकारी संगठन के रूप में की गई है। रूस ने 01 जनवरी, 2024 को ब्रिक्स की अध्यक्षता संभाली। रूस की अध्यक्षता निष्पक्ष वैश्विक विकास और सुरक्षा के लिए बहुपक्षवाद को मज़बूत करने पर केंद्रित है। अपनी अध्यक्षता के हिस्से के रूप में रूस 200 से अधिक राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक कार्यक्रम आयोजित कर रहा है।