बोले- खाली हाथ देश छोड़ा है, काबुल में रहता तो कत्लेआम मच जाता

अशरफ गनी का पहला वीडियो संदेश बोले- खाली हाथ देश छोड़ा है, काबुल में रहता तो कत्लेआम मच जाता

Bhaskar Hindi
Update: 2021-08-18 17:48 GMT
बोले- खाली हाथ देश छोड़ा है, काबुल में रहता तो कत्लेआम मच जाता
हाईलाइट
  • गनी ने कहा- अगर मैं काबुल में रहता तो कत्लेआम मच जाता
  • गनी ने बताया कि बातचीत से कोई नतीजा नहीं निकला था
  • यूएई में होने की खबर सामने के कुछ घंटों बाद गनी ने एक वीडियो संदेश जारी किया

डिजिटल डेस्क, दुबई। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी के संयुक्त अरब अमीरात में होने की खबर सामने आने के कुछ घंटों बाद एक वीडियो संदेश जारी किया। गनी ने चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि उन्होंने अफगानिस्तान को खाली हाथ छोड़ा है और उनके साथ लाखों डॉलर ले जाने की रिपोर्ट निराधार है। गनी ने ये भी कहा कि अगर मैं काबुल में रहता तो कत्लेआम मच जाता।

गनी ने कहा, उन्हें "सशस्त्र तालिबान" जो राष्ट्रपति भवन में प्रवेश करना चाहता था या उस देश छोड़कर जाने के बीच एक कठिन फैसला करना था। तालिबानी काबुल पर हमला करना चाहते थे। इसमें अनगिनत देशवासी शहीद होते और काबुल शहर में तबाही मच जाती। इस कत्लेआम से बचने के लिए मैंने बाहर निकलना ही सबसे अच्छा समझा।"

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन और नाटो प्रमुख जेन्स स्टोलटेनबर्ग की टिप्पणी के जवाब में गनी ने कहा, "मुझे उन लोगों द्वारा नहीं जज किया जाना चाहिए जो सभी डिटेल्स नहीं जानते हैं।" अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन और नाटो प्रमुख जेन्स स्टोलटेनबर्ग दोनों ने कहा था कि गनी सरकार का पतन अफगान राजनीतिक नेताओं की अपने देश के भविष्य पर बातचीत करने के लिए एक साथ ने आने के कारण हुआ है।

अशरफ गनी ने यह भी उल्लेख किया कि तालिबान के साथ अफगान सरकार की वार्ता किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंची। उन्होंने कहा, "यह हमारी विफलता है।" अशरफ गनी ने यह भी कहा कि वह शांति से तालिबान को सत्ता हस्तांतरित करना चाहते थे लेकिन इच्छा के खिलाफ उन्हें अफगानिस्तान से जान पड़ा।

अफगानिस्तान में रूसी राजदूत ने आरोप लगाए थे कि गनी कार और कैश लेकर काबुल से भागे हैं। अशरफ गनी ने ऐसे सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा, "ये अफवाहें कि मैंने बहुत सारे पैसे लेकर देश छोड़ा हैं, पूरी तरह से निराधार हैं। वे झूठ हैं। आप इसे संयुक्त अरब अमीरात के कस्टम के साथ सत्यापित कर सकते हैं। मेरे पास अपने जूते बदलने का भी समय नहीं था। मेरी सिक्योरिटी ने मुझे जाने के लिए कहा क्योंकि मुझे खतरा था।

 

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