तालिबान के नेतृत्व वाली सरकार की ओर से लगाए गए कई नए प्रतिबंधों को लेकर की महिलाओं ने किया विरोध प्रदर्शन
अफगानिस्तान तालिबान के नेतृत्व वाली सरकार की ओर से लगाए गए कई नए प्रतिबंधों को लेकर की महिलाओं ने किया विरोध प्रदर्शन
- महिलाओं पर शिक्षा
- रोजगार
- यात्रा और सामाजिक स्वतंत्रता का विरोध
डिजिटल डेस्क, काबुल । अफगानिस्तान में तालिबान के नेतृत्व वाली सरकार की ओर से लगाए गए कई नए प्रतिबंधों के मद्देनजर, कई महिलाओं ने शिक्षा, रोजगार और सामाजिक स्वतंत्रता के अपने अधिकार को सम्मानित करने के लिए काबुल में विरोध प्रदर्शन किया। ये जानकारी मीडिया रिपोर्ट से सामने आई है।
टोलो की न्यूज रिपोर्ट समाचार हाल के दिनों में तालिबान के एक मंत्रालय ने एक नया निर्देश जारी किया कि सड़क मार्ग से लंबी दूरी की यात्रा करने वाली महिलाओं के लिए एक पुरुष रिश्तेदार के साथ होना चाहिए और उन्हें अपने सिर और चेहरे को ढंकने के लिए हिजाब पहनना चाहिए। इस निर्देश में वाहनों में संगीत बजाने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है।
साथ ही दुकानों पर महिला डमी के सिर नहीं दिखाने का भी आदेश दिया क्योंकि यह इस्लामिक शरिया कानून के खिलाफ है। मंगलवार को विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रतिभागियों ने नारे लगाए कि हम भूखे लोगों की आवाज हैं और हम जाग रहे हैं, हम भेदभाव से नफरत करते हैं। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि तालिबान इस तरह की पाबंदियां लगाकर महिलाओं को समाज से दूर रख रहा है।
टोलो न्यूज ने एक प्रदर्शनकारी विडा के हवाले से कहा हम हर वक्त बाहर जाने के लिए एक रिश्तेदार को कैसे ढूंढ सकते हैं? उन्होंने कहा हम सिर्फ आपके खाने के लिए जि़म्मेदार नहीं हैं, इसलिए हमारे वेतन का भुगतान करें और हम खा सकते हैं। हम दो दशक पहले की महिलाएं नहीं हैं, हम चुप नहीं होंगे। एक अन्य प्रदर्शनकारी शाएस्ता ने कहा, हम महिलाओं पर लगाए गए प्रतिबंधों के खिलाफ आवाज उठाने के लिए इक्ठ्ठे हुए। हमारे स्कूल बंद हैं, उन्होंने काम के अवसर छीन लिए, अब उन्होंने हमें अपने घरों से अकेले बाहर न जाने का आदेश दिया, वे इस्लाम द्वारा वर्णित अधिकारों के बारे में बात कर रहे हैं। क्या इस्लाम आदेश देता है कि एक राष्ट्र को भूखा रहना चाहिए, क्या इस्लाम लड़कियों को शिक्षा से मना करने के लिए कहता है?
प्रदर्शनकारियों ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से अफगान महिलाओं की उपेक्षा नहीं करने की भी अपील की। एक प्रदर्शनकारी जहरा ने टोलो न्यूज को बताया हम समाज का आधा हिस्सा हैं, हम इंसान हैं, हमें शिक्षा और काम करने का अधिकार है, मैं अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से इस सरकार को मान्यता नहीं देने के लिए कहती हूं। हालांकि यह विरोध लंबे समय तक नहीं चला और तालिबान बलों ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए हवा में गोलियां चलाई।
(आईएएनएस)