पाकिस्तान के लिए मुसीबत बना तालिबान, गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा पाक एंबेसी, पाक राजदूत की हत्या की कोशिश, शहबाज शरीफ ने हमले की निंदा की

गोलीबारी से मचा हड़कंप पाकिस्तान के लिए मुसीबत बना तालिबान, गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा पाक एंबेसी, पाक राजदूत की हत्या की कोशिश, शहबाज शरीफ ने हमले की निंदा की

Bhaskar Hindi
Update: 2022-12-03 17:53 GMT
हाईलाइट
  • पाक राजदूत की हत्या की कोशिश

डिजिटल डेस्क, काबुल। अक्सर कहा जाता है कि अगर सांप को पाला जाएगा तो मौका मिलते ही डंसेगा। ये बातें तब याद आईं, जब अफगानिस्तान में पाकिस्तानी एंबेसी पर ताबड़तोड़ फायरिंग हुई औप घटना में पाक राजदूत बाल-बाल बच गए। पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने काबुल में शीर्ष पाकिस्तानी राजनयिक उबैद-उर-रहमान निजामनी पर हत्या के प्रयास की निंदा की है। अब घटना के बाद लोगों ने पाकिस्तान के उस समर्थन पर सवाल खड़ा करना शुरू कर दिया है, जब अफगानिस्तान के शहर को तालिबान कब्जा रहा था और तत्कालीन पाक पीएम इमरान खान कथित तौर पर उसका समर्थन करते दिखे थे। अब आज खुद पाकिस्तान के लिए ही वह देश असुरक्षित बनता जा रहा है। 

ताबड़तोड़ फायरिंग से दहल उठा पाक एंबेसी

अचानक से हमलावरों ने पाकिस्तान राजनयिक पर तोबड़तोड़ गोलियां चला दी, लेकिन उन्हें मारने में नाकाम रहे, हालांकि काबुल में मिशन के बाहर सुरक्षा गार्ड को घायल कर दिया। इस घटना के बाद पाकिस्तान ने अफगानिस्तान के प्रभारी राजदूत को तलब किया है और काबुल में पाक मिशन प्रमुख पर हमले पर चिंता जाहिर की है। शनिवार को यह खबर सामने आने के बाद हलचल तेज हो गई। बताया जा रहा है कि शुक्रवार को काबुल में दूतावास पर हमले में पाक राजदूत उबैद-उर-रहमान निजमानी बाल-बाल बच गए थे। पाकिस्तान ने हमले की निंदा करते हुए तत्काल जांच की मांग की है। खबरों के मुताबिक, निजमानी अज्ञात बंदूकधारियों के निशाने पर थे और दूतावास परिसर में टहल रहे थे। निजमानी का सुरक्षाकर्मी हमले में गंभीर तौर पर घायल हो गया था।

पाकिस्तान ने जताई चिंता 

पाक एंबेसी पर हमले के बाद पाकिस्तान ने अफगान राजनयिक को तलब किया और उस घटना को लेकर उनके सामने पाकिस्तान की चिंता रखी गई। साथ ही घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग भी की गई। पाकिस्तान ने अपने बयान में कहा कि प्रभारी दूतावास से कहा गया है कि पाकिस्तान के राजनयिक मिशन और कर्मियों की सुरक्षा अंतरिम अफगान सरकार की जिम्मेदारी है और यह घटना गंभीर सुरक्षा चूक है।

पाकिस्तान आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की मांग करते हुए जल्द न्याय के शिंकजे में लाने की बात कही है। साथ ही पाक मिशन और जलालाबाद, कांधार, हेरात व मजार-ए-शरीफ में पाकिस्तान के वाणिज्य दूतावासों व वहां काम करने वाले अधिकारियों व कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी कदम उठाए जाने की मांग की। उधर हमले की निंदा करते हुए अफगान प्रभारी राजदूत ने कहा कि पाकिस्तान व अफगानिस्तान के दुश्मनों ने इस हमले को अंजाम दिया तथा शीर्षतम स्तर पर अफगान नेतृत्व ने इसकी निंदा की है।उन्होंने आगे कहा कि अफगान प्रशासन गुनाहगारों को कानून के शिंकजे में लाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगा। 


    

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