श्रीलंका : रानिल विक्रमसिंघे ने संकट के समय एकता का आह्वान किया
श्रीलंका श्रीलंका : रानिल विक्रमसिंघे ने संकट के समय एकता का आह्वान किया
डिजिटल डेस्क, कोलंबो। संसद में बुधवार को हुए चुनाव में श्रीलंका के नए राष्ट्रपति चुने गए रानिल विक्रमसिंघे ने विपक्षी सांसदों सहित सभी विधायकों से एकजुट होने और देश को मौजूदा आर्थिक संकट से निकालने के लिए उनके साथ मिलकर काम करने का आह्वान किया।
चुनाव जीतने के बाद संसद को संबोधित करते हुए विक्रमसिंघे ने कहा, हम एक महत्वपूर्ण मोड़ पर हैं। एक आर्थिक संकट है और युवा व्यवस्था में बदलाव चाहते हैं। लोग चाहते हैं कि सभी सांसद एक साथ आएं।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक, ने विक्रमसिंघे ने कहा, मैं संसदीय परिसर में राष्ट्रपति के रूप में भी शपथ लेना चाहता हूं।
संसद में हुए एक गुप्त मतदान में विक्रमसिंघे को सांसदों के 134 वोट मिले। 225 सांसदों में से 223 ने मतपत्र में मतदान किया और चार अवैध मत थे।
अन्य दो उम्मीदवारों - पोदुजाना पेरामुना दुल्लास अलहप्परुमा और नेशनल पीपुल्स पावर की नेता अनुरा कुमारा दिसानायके को क्रमश: 82 और तीन वोट मिले।
अलहप्परुमा ने कहा, चाहे कोई भी जीता हो, हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि लोग जो आवश्यक आर्थिक और राजनीतिक बदलाव चाहते हैं, उन्हें पूरा किया जाए। संकट पर काबू पाना सांसदों का पहला और सबसे महत्वपूर्ण काम होना चाहिए।
दक्षिण एशियाई देश में गंभीर आर्थिक संकट के बीच बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन के बाद गोटाबाया राजपक्षे ने पिछले हफ्ते राष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया।
उनके इस्तीफे के बाद संसद के अध्यक्ष महिंदा यापा अभयवर्धने ने घोषणा की कि विक्रमसिंघे, जो उस समय प्रधानमंत्री थे, को कार्यवाहक राष्ट्रपति नियुक्त किया गया था।
आईएएनएस
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