प्रतिबंधों का सबसे ज्यादा खाद्य पदार्थ पर असर पड़ा
रूस का खुलासा प्रतिबंधों का सबसे ज्यादा खाद्य पदार्थ पर असर पड़ा
डिजिटल डेस्क, मॉस्को। रूस में पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों के चलते महंगाई के कारण कई खाद्य पदार्थ महंगे हो गए हैं, लेकिन सबसे ज्यादा नुकसान च्यूइंग गम को हुआ है। आरटी ने राज्य सांख्यिकी सेवा, रोजस्टैट के आंकड़ों के आधार पर व्यापार दैनिक आरबीके में एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि पिछले एक साल में रूस में खुदरा मूल्य में सबसे तेज वृद्धि देखी गई। खाद्य पदार्थो की सूची में च्युइंग गम सबसे ऊपर है।
रोजस्टैट के आंकड़ों के अनुसार, मार्च में च्युइंग गम के एक पैकेट की औसत कीमत 39 रूबल (0.47 डॉलर) थी, जो पिछले साल के इसी महीने की तुलना में 22 प्रतिशत अधिक है। मुद्रास्फीति से प्रभावित अन्य खाद्य पदार्थो में मार्जरीन, खीरा और आइसक्रीम शामिल हैं।
आरबीके द्वारा उद्धृत उद्योग के प्रतिनिधियों के अनुसार, च्यूइंग गम की कीमतें रूस पर पश्चिमी प्रतिबंधों से बढ़ी हैं। गम बेस के उत्पादन के लिए मुख्य घटकों के आयात को प्रतिबंधित कर दिया गया है, साथ ही पैकेजिंग के लिए सामग्री की आपूर्ति भी प्रतिबंधित कर दी गई है। गम बेस के रूसी निर्माता कथित तौर पर कमी को पूरा करने में असमर्थ रहे हैं। मार्स और मोंडेलेज ने रूस में अपनी गतिविधियों को कम कर दिया है, इटालियन-डच परफेटी वान मेलले अभी भी काम कर रहे हैं।
(आईएएनएस)
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