जर्मनी के इरोसिया सैटेलाइट पर नियंत्रण करने की कोशिश में जुटा रूस, जर्मनी ने दी चेतावनी
रूस-यूक्रेन तनाव जर्मनी के इरोसिया सैटेलाइट पर नियंत्रण करने की कोशिश में जुटा रूस, जर्मनी ने दी चेतावनी
- अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन को खतरा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रूस यूक्रेन जंग को लेकर दुनियाभर के देशों से रूस के संबंध बिगड़ गए जबकि कुछ देशों से अभी भी संबंध बरकरार हैं। ज्यादातर पश्चिमी देश यूक्रेन को किसी ना किसी तरह से सपोर्ट कर रहे है , जिनमें आर्थिक सहायता से लेकर सैन्य हथियार तक शामिल हैं। वहीं रूस का विरोध कर रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक अभी तक रूस और जर्मनी इस मिशन पर मिलकर काम कर रहे थे। लेकिन जर्मनी के पीछे हटने के बाद से अब रूसी अधिकारी इसे हैक करने की कोशिश में जुट गए हैं। संयुक्त सैटेलाइट इरोसिटा से जर्मनी के पैर खींचने के बाद से उसका काम पूरी तरह से बंद पड़ा है। जिस पर रूस अपना नियंत्रण अधिकार करना चाहता है, हालांकि रूस के इस बढ़ते कदम पर जर्मनी ने चेतावनी देते हुए कहा है कि जर्मनी के बिना इरोसिया सैटेलाइट पर रूस के नियंत्रण को लेकर रूसी अंतरिक्षण एजेंसी को भारी कीमत चुकानी पड़ सकती है।
रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोस्मोस के प्रमुख दमित्री रोगोजिन ने कहा था, हमारे पास 500 टन के इस ढांचे को भारत और चीन में गिराने का भी ऑप्शन है। जैसा की अमर उजाला की खबर में लिखा है, उसमें कहा गया है कि अतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों से जूझ रहे रूस ने कहा यदि प्रतिबंध जारी रहें तो वह अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (आईएसएस) को दुर्घटनाग्रस्त कर सकता है।
खबरों के मुताबिक अप्रत्यक्ष रूप से जर्मनी यूक्रेन का सहयोग कर रहा है, इसी बीच ये खबर आ रही है कि रूस ने जर्मनी के सैटेलाइट को हाईजैक करने की कोशिश की है। रूस की ऐसी हरकत की खबर से जर्मनी सतर्क हो गया है। रूस की हाईजैक कोशिश करने के पीछे की वजह बताई जा रही है कि जर्मनी ने रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रोस्कोस्मोस के साथ अपने सहयोग को खत्म कर दिया, जिससे रूस नाराज हो गया। लेकिन अब रूस पूरी तरह से उस सैटेलाइट पर नियंत्रण चाहता है जो कुछ साल पहले रूस और जर्मनी ने एक साझा अभियान के तहत भेजा था।