धर्मगुरु मुक्तदा अल-सदर राष्ट्रीय बहुमत की सरकार बनाना चाहते हैं

इराक धर्मगुरु मुक्तदा अल-सदर राष्ट्रीय बहुमत की सरकार बनाना चाहते हैं

Bhaskar Hindi
Update: 2021-11-19 09:30 GMT
धर्मगुरु मुक्तदा अल-सदर राष्ट्रीय बहुमत की सरकार बनाना चाहते हैं
हाईलाइट
  • इराक की प्रतिष्ठा और स्वतंत्रता बनी रहे

डिजिटल डेस्क, बगदाद। इराक के प्रमुख शिया धर्मगुरु मुक्तदा अल-सदर ने देश की राजनीतिक प्रक्रिया के लिए एक रोडमैप तैयार किया है जिसमें राष्ट्रीय बहुमत वाली सरकार का गठन और अनियंत्रित सशस्त्र समूहों का विघटन शामिल है। सिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार अल-सदर की पार्टी 10 अक्टूबर को हुए चुनावों में सबसे आगे दिखाई दी। उन्होंने शिया पवित्र शहर नजफ से एक टेलीविजन प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हमारे पास एकमात्र विकल्प या तो राष्ट्रीय बहुमत वाली सरकार या राष्ट्रीय विपक्ष (संसद में) है।

अल-सदर ने चुनावों में हारने वाले राजनीतिक दलों को संबोधित करते हुए कहा दुनिया ने चुनावों की अखंडता देखी है और आपका नुकसान इराक में लोकतांत्रिक प्रक्रिया को समाप्त करने और बर्बाद करने का प्रस्ताव नहीं होना चाहिए। मौलवी ने रोडमैप में कई शर्तें निर्धारित कीं है जिनमें सरकार में भाग लेने की इच्छा रखने वाले दलों को अपने संदिग्ध भ्रष्ट लोगों को जवाबदेह ठहराना चाहिए। साथ ही अनियंत्रित सशस्त्र समूहों को समाप्त करना शामिल है जिन्हें अपने हथियार हशद शाबी बलों को सौंपने होंगे जो निवर्तमान प्रधानमंत्री मुस्तफा अल-कदीमी की देखरेख में इराकी सेना के कमांडर-इन-चीफ भी हैं।

उन्होंने यह भी निर्धारित किया कि पार्टियों को अपने सभी विदेशी संबंधों को इस तरह से गंभीर करना चाहिए जो इराक की प्रतिष्ठा और स्वतंत्रता को बनाए रखता है और पड़ोसी देशों के मामलों में इराक को युद्धों से बचाने के लिए हस्तक्षेप नहीं करता है। इराक में 10 अक्टूबर को प्रारंभिक संसदीय चुनाव हुए जिसमें दिखाया गया कि अल-सदर के नेतृत्व में सदरवादी आंदोलन ने 70 से ज्यादा सीटों के साथ बढ़त हासिल की जबकि अल-फतेह गठबंधन (विजय) जिसमें हशद शाबी के कुछ शिया मिलिशिया शामिल थे। उन्होंने 2018 के संसदीय चुनावों में 47 सीटों की तुलना में केवल 17 सीटें हासिल कीं।

 

(आईएएनएस)

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