Project Pegasus: इज़राइली सरकार ने एनएसओ ग्रुप के ऑफिसों पर छापा मारा, कंपनी ने कहा- अधिकारियों के साथ पूरी पारदर्शिता से काम कर रहें
Project Pegasus: इज़राइली सरकार ने एनएसओ ग्रुप के ऑफिसों पर छापा मारा, कंपनी ने कहा- अधिकारियों के साथ पूरी पारदर्शिता से काम कर रहें
- इज़राइली सरकारी अधिकारियों ने एनएसओ ग्रुप के ऑफिसों पर छापा मारा
- एनएसओ के एक प्रवक्ता ने इजरायली समाचार वेबसाइट 'द रिकॉर्ड' से इसकी पुष्टि की
डिजिटल डेस्क, तेलअवीव। पेगासस स्पाइवेयर के जरिए पब्लिक फिगर और विपक्षी नेताओं पर नजर रखने का खुलासा होने के बाद इज़राइली सरकारी अधिकारियों ने एनएसओ ग्रुप के ऑफिसों पर छापा मारा। छापेमारी की ये कार्रवाई बुधवार को हुई।
एनएसओ के एक प्रवक्ता ने इजरायली समाचार वेबसाइट "द रिकॉर्ड" से पुष्टि की कि इजरायल के रक्षा मंत्रालय के प्रतिनिधियों ने उनके कार्यालयों का दौरा किया था। प्रवक्ता ने कहा, कंपनी इजरायली अधिकारियों के साथ पूरी पारदर्शिता से काम कर रही है।
हाल ही में, एक ग्लोबल कोलैबोरेटिव इनवेस्टिगेटिव प्रोजेक्ट ने खुलासा किया था कि पेगासस स्पाइवेयर ने भारत में 300 से अधिक मोबाइल फोन नंबरों को लक्षित किया। इसमें नरेंद्र मोदी सरकार के मंत्री, विभिन्न विपक्षी नेता, कई पत्रकार और व्यवसायी शामिल थे। लिस्ट में केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल और रेल और आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव के नंबर भी शामिल हैं।
विपक्षी दलों द्वारा इस मुद्दे पर बड़े पैमाने पर हंगामे के बीच, सरकार ने इन आरोपों से इनकार किया है कि पेगासस स्पाइवेयर का इस्तेमाल राजनेताओं, पत्रकारों और एक संवैधानिक प्राधिकरण पर जासूसी करने के लिए किया जा रहा था। सरकार ने इस रिपोर्ट को सनसनीखेज और भारतीय लोकतंत्र और संस्थानों को बदनाम करने का प्रयास बताया था।
हालांकि इस इन्वेस्टिगेशन का हिस्सा रहे एमनेस्टी इंटरनेशनल ने सरकार के दावों को खारिज करते हुए एक बयान जारी किया था। बयान में कहा गया था कि एमनेस्टी इंटरनेशनल स्पष्ट रूप से पेगासस प्रोजेक्ट की फाइंडिंग्स के साथ खड़ा है। एमनेस्टी इंटरनेशनल ने कहा, सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही झूठी अफवाहों का उद्देश्य ध्यान भटकाना है।