भूटान की रॉयल यूनिवर्सिटी में बोले PM- भारत और भूटान का रिश्ता बेहद खास

भूटान की रॉयल यूनिवर्सिटी में बोले PM- भारत और भूटान का रिश्ता बेहद खास

Bhaskar Hindi
Update: 2019-08-18 04:07 GMT
हाईलाइट
  • पीएम ने कहा- हम सिर्फ भौगोलिक रूप से नहीं
  • बल्कि सांस्कृति रूप से भी जुड़े हुए हैं
  • भूटान दौरे के दूसरे दिन पीएम मोदी ने रॉयल यूनिवर्सिटी में छात्रों के किया संबोधित

डिजिटल डेस्क, थिंपू। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय भूटान दौरे पर हैं। यात्रा के दूसरे दिन रविवार को पीएम मोदी ने थिंपू में रॉयल यूनिवर्सिटी के छात्रों को संबोधित किया। पीएम ने कहा, आज भारत तमाम सेक्टर में ऐतिहासिक परिवर्तनों का गवाह बन रहा है। पिछले पांच साल में बुनियादी ढांचे के निर्माण की रफ्तार दोगुनी हुई है। पीएम मोदी ने दोनों देशों के बीच रिश्ते को लेकर कहा, भारत और भूटान का रिश्ता बेहद खास है। हम सिर्फ भौगोलिक रूप से ही नहीं, बल्कि सांस्कृति रूप से भी जुड़े हुए हैं।

पीएम मोदी ने कहा, भारत में आज कई क्षेत्रों में ऐतिहासिक बदलाव हो रहे हैं, भारत अभूतवर्ग गति से गरीबी मिटा रहा है, इन्फ्रास्ट्रक्चर निर्माण की गति दोगुनी हो गई है। भारत सबसे बड़े स्टार्टअप इकोसिस्टम में से एक है, भारत में इनोवेशन का अच्छा समय है। भारत में दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना चल रही है, जिसमें 50 करोड़ लोगों को मुफ्त इलाज मिल रहा है।


रॉयल यूनिवर्सिटी में छात्रों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा...

  • आज मैं भूटान के सबसे प्रतिभावान युवाओं से मिल रहा हूं, आप में से भूटान के भविष्य के नेता, इनोवेटर, बिनसमैन, खिलाड़ी, आर्टिस्ट और साइंटिस्ट निकलेंगे। इस भूमि के बच्चे इस दुनिया की समस्याओं का निदान तलाशेंगे, हमारे पास चुनौतियां हैं, लेकिन हर चुनौती के लिए हमारे पास यंग माइंड्स हैं। सहयोग के परंपरागत क्षेत्रों से आगे जाकर स्कूल से स्पेस, डिजिटल पेमेंट से डिजास्टर मैनेजमेंट तक हमारे बीच सहयोग का आप जैसे युवा दोस्तों पर सीधा असर पड़ेगा।
     
  • यह खुशी की बात है कि युवा भूटानी वैज्ञानिक भारत जाएंगे और भूटान के अपने छोटे सैटेलाइट की डिजाइनिंग और लॉन्चिंग पर काम करेंगे। मैं उम्मीद करता हूं जल्द ही आप में से कई वैज्ञानिक, इंजीनियर्स और इनोवेटर्स होंगे।
     
  • 20वीं सदी में कई भारतीय नागरिक यहां आकर शिक्षक बने, अधिकतर बुजुर्ग भूटानियों की शिक्षा में कोई भारतीय टीचर जरूर रहा होगा। उन्हें यहां सम्मानित किया गया। 4000 से अधिक भूटानी स्टूडेंट्स भारतीय यूनिवर्सिटीज में पढ़ रहे हैं, यह संख्या बढ़नी चाहिए। भूटान का संदेश मानवता और हैपीनेस है। दुनिया भूटान को "ग्रॉस नैशनल हैपीनेस" के कॉन्सेप्ट से जानती है।
     
  • भारत वह भूमि है जहां राजकुमार सिद्धार्थ गौतम बुध बने और जहां से बौध धर्म का प्रकाश दुनिया में फैला, बौद्ध संतों और बौद्ध भिक्षुओं की पीढ़ियों ने इस मसाल को भूटान में और अधिक प्रकाशित किया।

 

  • पीएम नरेंद्र मोदी थिंपू में नेशनल मेमोरियल पहुंचे। 

 

 

  • भूटान में विपक्ष के नेता पेमा से मिले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी।

 

 

  • प्रधानमंत्री मोदी ने थिंपू में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में हिस्सा लिया।

 

 

 

 

 

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