SCO समिट : जिनपिंग-पुतिन से मिले मोदी, पाक की घेराबंदी, पीएम को रूसी राष्ट्रपति का न्योता
SCO समिट : जिनपिंग-पुतिन से मिले मोदी, पाक की घेराबंदी, पीएम को रूसी राष्ट्रपति का न्योता
- जिनपिंग के साथ हुई बातचीत में पीएम मोदी ने पाकिस्तान की घेराबंदी की
- G-20 शिखर सम्मेलन के मौके पर रूस
- भारत और चीन त्रिपक्षीय बैठक होगी
- SCO शिखर सम्मेलन की साइनलाइन पर डेलिगेशन लेवल की वार्ता हुई है
- पीएम मोदी ने शी जिनपिंग और उसके बाद व्लादिमीर पुतिन के साथ डेलिगेशन लेवल की वार्ता की।
- पुतिन ने पीएम मोदी को ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया है
डिजिटल डेस्क, बिश्केक। शंघाई कॉरपोरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) के शिखर सम्मेलन में शामिल होने पहुंचे पीएम मोदी ने गुरुवार को चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और उसके बाद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ डेलिगेशन लेवल की वार्ता की। जिनपिंग के साथ हुई बातचीत में पीएम मोदी ने पाकिस्तान की घेराबंदी की। वहीं पुतिन ने पीएम मोदी को ईस्टर्न इकोनॉमिक फोरम में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया है। G-20 शिखर सम्मेलन के मौके पर रूस, भारत और चीन त्रिपक्षीय बैठक होगी, इसकी जानकारी भी मीटिंग में दी गई।
समिट की मुख्य बैठक 14 जून को
बता दें कि समिट मे शामिल होने के लिए पीएम मोदी गुरुवार को किर्गिसतान की राजधानी बिश्केक पहुंचे हैं। की मुख्य बैठक 14 जून को है। पीएम मोदी 14 जून को सम्मेलन को संबोधित करेंगे उसी शाम नई दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे। इस समिट में पाकिस्तान के पीएम इमरान खान भी शामिल हुए है। विदेश मंत्रालय के मुताबिक, भारत और पाकिस्तान के नेताओं के बीच फिलहाल द्विपक्षीय मुलाकात का कोई कार्यक्रम नहीं है। न ही किसी तरह की औपचारिक भेंट का कार्यक्रम है।
पुतिन का पीएम मोदी को न्योता
राष्ट्रपति पुतिन ने सितंबर की शुरुआत में रूस के व्लादिवोस्तोक में होने जा रहे ईस्टन इकोनॉमिक फोरम में पीएम मोदी को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया है। पीएम मोदी ने पुतिन के निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है। इसके अलावा द्विपक्षीय मुलाकात में बताया गया कि जापान के ओसाका में G-20 शिखर सम्मेलन के मौके पर रूस, भारत और चीन त्रिपक्षीय बैठक होगी। विदेश सचिव ने बताया कि इस बैठक में किसी भी अंतर्राष्ट्रीय या क्षेत्रीय मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं हुई क्योंकि पूरी तरह से ध्यान अगले वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए प्रधानमंत्री की यात्रा को सफल बनाने के लिए था। वहीं पीएम मोदी ने पुतिन से कहा, 'मैं अमेठी में राइफल निर्माण इकाई के लिए आपके समर्थन के लिए बहुत आभारी हूं।'
आतंकवाद मुक्त माहौल नहीं बना रहा पाक
चीनी राष्ट्रपति के साथ द्विपक्षीय मुलाकात के बाद विदेश सचिव विजय गोखले ने जानकारी देते हुए बताया कि दोनों नेताओं के बीच पाकिस्तान को लेकर एक संक्षिप्त चर्चा हुई। इस दौरान पीएम ने जिनपिंग से कहा कि भारत ने अपनी तरफ से कई प्रयास किए, लेकिन पाकिस्तान ने इन सभी प्रयासों को पटरी से उतार दिया। भारत लगातार पाकिस्तान से आतंक मुक्त वातावरण बनाने के लिए कहता रहा है, लेकिन इस स्टेज पर ऐसा कुछ भी होता नहीं दिखाई दे रहा है। हम इसे लेकर ठोस कार्रवाई करने की उम्मीद करते हैं।
पीएम मोदी का जिनपिंग को न्योता
इससे अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शी जिनपिंग को दोनों के संबंधों से अवगत कराया और जिनपिंग भी इस बात से सहमत हुए कि दोनों देशों को संबंध मजबूत करने की आवश्यकता है। पीएम मोदी ने जिनपिंग को अगले अनौपचारिक समिट के लिए आमंत्रित किया है और उन्होंने भी भारत दौरे पर आने के लिए हामी भरी है। पीएम ने उल्लेख किया कि दोनों पक्षों के बीच रणनीतिक संचार में सुधार हुआ हैं। इस वजह से हम भारत में बैंक ऑफ चाइना की शाखा खोलने और मसूद अजहर को ग्लोबल टेररिस्ट की सूची में डालने से संबंधित लंबे समय से लंबित मुद्दे का हल निकालने में सक्षम हो पाए हैं।