किम जोंग-उन की उपस्थिति के बिना उत्तर कोरिया ने प्रमुख संसदीय बैठक की आयोजित
उत्तर कोरिया किम जोंग-उन की उपस्थिति के बिना उत्तर कोरिया ने प्रमुख संसदीय बैठक की आयोजित
- कोविड-19 महामारी से अर्थव्यवस्था लड़खड़ा गई
डिजिटल डेस्क, सियोल। उत्तर कोरिया ने राष्ट्रपति किम जोंग-उन की उपस्थिति के बिना विदेशी सांस्कृतिक प्रभावों के खिलाफ कानून सहित बजटीय और अन्य मुद्दों पर चर्चा करने के लिए प्योंगयांग में दो दिवसीय संसदीय सत्र का आयोजन किया। आधिकारिक कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (केसीएनए) के अनुसार उत्तर कोरिया ने मंगलवार और बुधवार को 14वीं सुप्रीम पीपुल्स असेंबली (एसपीए) के 8वें सत्र का आयोजन किया।
योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार बैठक में दक्षिण कोरिया या अमेरिका के संबंध में किम द्वारा सार्वजनिक रूप से कोई संदेश जारी नहीं किया गया था। गौरतलब है कि एसपीए उत्तर के संविधान के तहत सत्ता का सर्वोच्च अंग है, हालांकि यह सत्तारूढ़ वर्कर्स पार्टी ऑफ कोरिया के फैसलों पर मुहर लगाता है।
केसीएनए के अनुसार इस सप्ताह का सत्र घरेलू मुद्दों पर केंद्रित था, जैसे कि राज्य के बजट की समीक्षा, संगठनात्मक मुद्दे और प्योंगयांग बोली के संरक्षण के लिए एक कानून बनाना आदि। पर्यवेक्षकों ने कहा कि इस तरह के कानून को अपनाने का उद्देश्य दक्षिण कोरियाई शैली के भाषण के उपयोग को विनियमित करके बाहरी संस्कृति के प्रवाह पर राज्य के नियंत्रण को कड़ा करना है।
बजटीय मुद्दों पर कुल बजट के आकार का उल्लेख किए बिना 2023 में समग्र राज्य व्यय को वर्ष 2023 में 1.7 प्रतिशत तक बढ़ाने का निर्णय लिया गया। इस साल कुल बजट का 15.9 प्रतिशत रक्षा क्षेत्र पर खर्च होगा, जो पिछले साल के समान होगा।
देश ने अपनी अर्थव्यवस्था को विकसित करने और लोगों की आजीविका में सुधार के लिए 2023 के बजट का 45 प्रतिशत आवंटित करने का भी फैसला किया है। देश की अर्थव्यवस्था वैश्विक प्रतिबंधों और लंबे समय से चली आ रही कोविड-19 महामारी के कारण लड़खड़ा रही है।
आईएएनएस
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