चीन में कहर मचा रहा कोरोना का नया वैरिएंट, हॉस्पिटलों में बेड और मेडिकल स्टोर्स पर दवाओं का अभाव, भारत में अलर्ट
कोरोना से हाहाकार चीन में कहर मचा रहा कोरोना का नया वैरिएंट, हॉस्पिटलों में बेड और मेडिकल स्टोर्स पर दवाओं का अभाव, भारत में अलर्ट
- वैक्सीनेटेड मरीज भी आ सकते हैं चपेट में
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चीन में कोरोना संक्रमण से एक बार फिर हालात बदतर होते जा रहे हैं। यहां कोरोना संक्रमितों की संख्या इतनी तेजी से बढ़ रही है कि अस्पतालों में मरीजों का इलाज करने के लिए बेड कम पड़ गए हैं। लोग इलाज के लिए डॉक्टरों के सामने गिड़गिड़ा रहे हैं। यहां तक की मेडिकल स्टोर्स में जरूरी दवाएं भी खत्म होती जा रही हैं। एजेंसी की खबर के मुताबिक, बीजिंग और शंघाई शहरों के बड़े श्मशानों में अंतिम संस्कार के लिए पिछले 24 घंटों के दौरान शवों को लाना लगातार जारी है।
इसी बीच विशेषज्ञों का कहना है कि देश में बने इन हालातों के पीछे कोरोना का नया वैरिएंट हो सकता है। इस नए वैरिएंट का नाम BA.5.2.1.7 है, जिसे विशेषज्ञ द्वारा BF.7 नाम दिया जा रहा है। इसे ओमिक्रॉन का सबसे घातक म्यूटेशन माना जा रहा है।
वैक्सीनेटेड मरीज भी आ सकते हैं चपेट में, बेहद खतरनाक है कोरोना का नया वैरिएंट
कोरोना का नया वैरिएंट BF.7 उन लोगों को भी अपना शिकार बना सकता है जो पहले से संक्रमित हैं और जो फुली वैक्सीनेटेड हो चुके हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक, यह ओमिक्रॉन का सबसे पॉवरफुल वैरिएंट है जो अन्य वैरिएंटों के मुकाबले तेजी से फैलता है। विशेषज्ञों के मुताबिक, इस वैरिएंट के लक्ष्ण भी कोरोना के पुराने वैरिएंटों के मुकाबले जल्दी दिखाई देते हैं।
विशेषज्ञों के मुताबिक कोरोना के ये वैरिएंट इतना शक्तिशाली है कि इससे संक्रमित होने वाला एक मरीज एक बार में औसतन रूप से 10 से 19 लोगों को संक्रमित कर सकता है। जबकि पुराने वैरिएंट से औसतन 5-6 लोग संक्रमित होते थे।
बात करें इस वैरिएंट के लक्ष्णों की तो इनमें सर्दी, खांसी, बुखार, गले में खराश, हरारत, उल्टी और डायरिया शामिल हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक, जिन लोगों की इम्युनिटी या प्रतिरोधक क्षमता कम होती है उन्हें यह वैरिएंट जल्द ही अपनी चपेट में ले सकता है।
भारत में अलर्ट
चीन में बढ़ रहे कोरोना केसों के लेकर भारत सरकार अलर्ट मोड पर आ गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया कोरोना की स्थिति को लेकर 21 दिसंबर को आला आधिकारियों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों के साथ मीटिंग कर चुके हैं। इसके अलावा केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव की तरफ से भी देश के सभी राज्यों व केंद्र शासित राज्यों को पत्र लिखा गया है। इस पत्र में सभी कोरोना संक्रमितों के सैंपलों को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजने के निर्देश दिए गए हैं। ऐसा करने के पीछे सरकार का मकसद कोरोना के नए वैरिएंट का पता लगाना है।