तालिबानी सत्ता में हिंदुओं ने मंदिर में मनाई नवरात्रि, सिख व हिंदुओं ने मिलकर किया मंदिर में जगराता
अफगानिस्तान तालिबानी सत्ता में हिंदुओं ने मंदिर में मनाई नवरात्रि, सिख व हिंदुओं ने मिलकर किया मंदिर में जगराता
डिजिटल डेस्क, काबुल। अफगानिस्तान में तालिबानी सत्ता आने के बाद जब खौफनाक वीडियो और खबरें आ रही थी तो यही लग रहा था कि तालिबान में अल्पसंख्यक हिंदू और सिख कैसे रहेंगे? लेकिन ये खबर जरूर सुकून देगी कि नवरात्रि के पावन पर्व पर अफगानिस्तान की काबुल में बनीं असमाई मंदिर में अल्पसंख्यक हिंदुओं और सिख समुदाय के लोगों ने मिलकर हरे रामा, हरे कृष्णा गाकर भजन किया और जगराते में मंत्रमुग्ध दिखे। अब जो अफगानिस्तान में डर का माहौल था। माना जा रहा है कि धीरे-धीरे सुधर रहा है। बता दें कि मंगलवार को हिंदुओं के काबुल में स्थित असमाई मंदिर में कीर्तन और जागरण का कुछ वीडियोज सामने आया था, जिसको असमाई मंदिर का ही बताया जा रहा है।
— Ravinder Singh Robin ਰਵਿੰਦਰ ਸਿੰਘ رویندرسنگھ روبن (@rsrobin1) October 12, 2021
खबरों के अनुसार, काबुल स्थिति असमाई मंदिर की मैनेजमेंट कमेटी के अध्यक्ष राम शरण सिंह ने कहा कि उन्होंने कीर्तन और जागरण के साथ-साथ भंडारे की भी व्यवस्था की थी। जिसमें जरूरतमंदों को खाना खिलाया गया था। उन्होंने बताया कि इस पूरे कार्यक्रम में लगभग 150 लोग जुटे थे। इस आयोजन में अफगानिस्तान में रहने वाले हिंदुओं के साथ सिक्ख भी शामिल हुए थे। हालांकि हिंदू और सिखों ने भारत सरकार से जल्द अफगानिस्तान से वापस बुलानें की अपील की है। इन लोगों के मुताबिक अफगान के आर्थिक स्तिथि बेहद खराब है और उन्हें कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।