ईंधन महंगाई के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों पर गोलीबारी, 1 की मौत, 12 घायल
श्रीलंका ईंधन महंगाई के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों पर गोलीबारी, 1 की मौत, 12 घायल
- सरकार से सत्ता छोड़ने की मांग भी की
डिजिटल डेस्क, कोलंबो। संकटग्रस्त द्वीप राष्ट्र में रातोंरात ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी के खिलाफ मध्य श्रीलंका में सड़कों पर उतरे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस की गोलीबारी में एक व्यक्ति की मौत हो गई और 12 लोग घायल हो गए।
सरकार के स्वामित्व वाली सीलोन पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन (सीपीसी) द्वारा सोमवार मध्यरात्रि से ईंधन की कीमतों में भारी वृद्धि किए जाने के बाद मंगलवार को देशभर में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए।
कोलंबो से 85 किलोमीटर दूर रामबुका में प्रदर्शनकारियों ने फिलिंग स्टेशनों पर पुरानी दरों पर ईंधन देने की मांग की। बाद में उन्होंने रामबुका में सभी सड़कों और रेलवे लाइनों को अवरुद्ध कर दिया, जिससे शहर में पहुंचने के रास्ते पूरी तरह से बंद हो गए।
पुलिस ने पहले भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसूगैस के गोले छोड़े और बाद में गोलियां चलाईं, जिसमें एक की मौत हो गई और 12 लोग घायल हो गए।
पुलिस ने कहा कि उन्हें गोलियां चलानी पड़ीं, क्योंकि प्रदर्शनकारी हिंसक हो गए थे।
मीडिया प्रवक्ता एसएसपी निहाल थलडुवा ने कहा, प्रदर्शनकारियों ने एक ईंधन टैंकर से रेलवे ट्रैक को अवरुद्ध कर दिया था। भीड़ ने टैंकर को आग लगाने की कोशिश की और पुलिस को भीड़ को नियंत्रित करने के लिए गोली चलानी पड़ी।
देशभर के प्रदर्शनकारियों ने दिनभर प्रमुख शहरों में सड़कों को अवरुद्ध किए रखा, जिससे देश की सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था पूरी तरह ठप हो गई।
निजी बस मालिकों ने ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी के विरोध में अपनी बसें वापस ले लीं और सरकार से सत्ता छोड़ने की मांग की।
सीपीसी ने पहले 92 ऑक्टेन पेट्रोल में एलकेआर 84 की वृद्धि की घोषणा की। आईओसी की कीमत एलकेआर 338 प्रति लीटर से मेल खाती है। डीजल की कीमत भी एलकेआर 289, एलकेआर 113 की वृद्धि तक बढ़ा दी गई थी।
ईंधन की कीमतों में वृद्धि के बाद देश के बस के किराए में 35 प्रतिशत की वृद्धि हुई, जबकि कई खाद्य पदार्थो की दरों में भी वृद्धि की गई।
मार्च की शुरुआत से अमेरिकी डॉलर के मुकाबले श्रीलंकाई रुपये की कीमत गिरने के साथ ईंधन की कीमतें बढ़ती रही हैं।
(आईएएनएस)