Coronavirus in world: दुनिया में 1.85 लाख से ज्यादा मौतें, फिनलैंड की प्रधानमंत्री ने खुद को क्वारंटीन किया, वुहान शहर से रिपोर्ट देने वाला लापता पत्रकार लौटा
Coronavirus in world: दुनिया में 1.85 लाख से ज्यादा मौतें, फिनलैंड की प्रधानमंत्री ने खुद को क्वारंटीन किया, वुहान शहर से रिपोर्ट देने वाला लापता पत्रकार लौटा
डिजिटल डेस्क, वॉशिंगटन। दुनिया भर में कोरोना वायरस संक्रमण से अब तक 1 लाख 84 लोगों की जान जा चुकी है और कुल संक्रमित लोगों की संख्या 26 लाख से ज्यादा हो गई है। वहीं ब्रिटेन में आज से कोविड-19 वैक्सीन का टेस्ट मनुष्य किया जाएगा। इसके अलावा कोरोना वायरस के संबंध में प्रमुख विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख डॉ टेड्रोस ने कहा है कि इस महामारी से निपटने के लिए दुनिया को अब भी एक लंबा रास्ता तय करना है। डॉ. टेड्रोस ने कहा कि एक ओर जहां पश्चिमी यूरोप के कई देशों में कोरोना वायरस के मामले घटते हुए नजर आ रहे हैं। वहीं अफ्रीका, मध्य और दक्षिण अमरीका और पूर्वी यूरोप में प्रकोप बढ़ता दिख रहा है।
https://www.worldometers.info/coronavirus/ वेबसाइट के आंकड़ों के अनुसार गुरुवार शाम 5 बजे तक विश्वभर में 26,56,680 लोग संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से 1,85,192 लोग काल के गाल में समा चुके हैं और 7,29,910 स्वस्थ होकर अपने घर लौट गए हैं। वहीं 17,41,578 लोग अस्पतालों में कोरोना से जंग लड़ रहे हैं। इनमें से 57,984 लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। कोरोना से सबसे अधिक प्रभावित देश अमरीका है। यहां मरने वालों की संख्या 47,676 हो गई है और संक्रमण के मामले 8,49,092 हो गए हैं। वहीं भारत में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार देश में संक्रमण के मामले 21 हजार के पार पहुंच गए हैं और मरने वालों की संख्या 681 हो गई है।
यूरोप में आधे से ज्यादा मौतें केयर होम्स में हुईंः WHO
यूरोप में विश्व स्वास्थ्य संगठन के क्षेत्रीय निदेशक ने कहा है कि यूरोप में कोरोना वायरस से जितने लोग मारे गए, उनमें लगभग आधी संख्या ऐसे लोगों की थी जो केयर होम्स या वृद्धाश्रमों जैसी जगहों में थे। डॉक्टर हान्स क्लुग ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि ऐसे लोगों के बारे में बहुत चिंताजनक तस्वीर सामने आ रही है, जिन्हें स्वास्थ्य कारणों से जीने के लिए सहायता की जरूरत होती है। उन्होंने कहा कि यूरोप के देशों से आंकड़े मिले हैं उनसे पता चलता है कि कोविड-19 से मारे गए लगभग आधे लोग केयर होम्स में रह रहे थे। ये अकल्पनीय मानवीय त्रासदी है।
वुहान का लापता पत्रकार लौटा
चीन में वुहान शहर से रिपोर्ट देने वाला लापता हो गया एक सिटिजन जर्नलिस्ट लगभग दो महीने बाद फिर से सामने आया है। ली जेहुआ ने कोराना वायरस से सबसे पहले प्रभावित हुए शहर वुहान से आखिरी बार 26 फरवरी को रिपोर्ट भेजी थी, जिसमें पुलिस को उनका पीछा करते और फिर उन्हें हिरासत में ले जाते देखा गया था। इसके बाद से उनका कोई पता नहीं था। जेहुआ ने अब यूट्यूब पर एक नया वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें उनका कहना है कि वो क्वारंटीन में चले गए थे। उन्होंने बताया कि अधिकारियों ने उनको ये कहते हुए क्वारंटीन पर भेज दिया कि वो संवेदनशील इलाक़ों में गए थे।
फिनलैंड की प्रधानमंत्री ने खुद को क्वारंटीन किया
फिनलैंड की प्रधानमंत्री सना मरीन ने खुद को क्वारंटीन कर लिया है। उन्होंने अपने निवास पर काम करने वाले एक व्यक्ति के एक अन्य व्यक्ति से संपर्क होने के बाद ये कदम उठाया जो कोरोना पॉजिटिव पाया गया है।प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी एक बयान में कहा गया है कि उनका टेस्ट हुआ है और उनमें कोरोना संक्रमण के कोई लक्षण नहीं पाए गए हैं। 34 वर्षीय सना मरीन ने पिछले साल दिसंबर में सारी दुनिया का ध्यान खींचा था जब वो दुनिया की सबसे कम उम्र की शासनाध्यक्ष निर्वाचित हुई थीं।
स्पेन ने की लॉकडाउन में ढील देने की घोषणा
कोरोना वायरस से सबसे अधिक प्रभावित देशों में से एक स्पेन ने घोषणा की है कि वह मई महीने के आखिरी दो हफ्तों में लॉकडाउन हटाने की योजना बना रहा है। बता दें कि स्पेन में 2 लाख 08 हजार 389 लोग संक्रमित हो चुके हैं और 21 हजार 717 लोगों की मौत हो चुकी है।
जर्मनी में वैक्सीन टेस्ट को दी मंजूरी
जर्मनी ने अपने यहां कोविड-19 की वैक्सीन के लिए पहले मानव परीक्षण को मंजूरी दे दी है। 18 साल से 55 साल के बीच करीब 200 लोगों पर यह परीक्षण किया जाएगा।
पोप ने यूरोपीय संघ के नेताओं से बात की
पोप फ्रांसिस ने यूरोपीय संघ के सदस्यों से कोरोना वायरस के इस दौर में एकता बनाए रखने का आह्वान किया है। पोप ने यह बात यूरोपीय संघ के सदस्यों के एक सम्मेलन के दौरान कही। इस सम्मेलन में कोरोना वायरस संकट से निपटने के लिए एक बड़े आर्थिक पैकेज पर चर्चा की गई। यूरोपीय संघ के देशों के बीच बीते कई दिनों से वित्तीय मामलों को लेकर टकराव की स्थिति बनी है।
फ्रांस में लगातार बढ़ रही है बेरोजगारी
फ्रांस के श्रम मंत्री मुरिल पेनेइकूद के अनुसार, देश में काम करने वाली करीब आधी आबादी ने देश की अस्थायी बेरोजगारी योजना पर हस्ताक्षर किए हैं। निजी क्षेत्र में काम करने वाले करीब 1.2 करोड़ लोगों ने मदद के लिए आवेदन किया है। पेनेइकूद ने कहा कि हर दो में से एक कर्मचारी ने और हर दस में से छह कंपनी ने मदद के लिए आवेदन किया है। फ्रांस में अब तक 1 लाख 59 हजार 877 लोग संक्रमित हो चुके हैं और 21 हजार 340 लोगों की मौत हुई है।