चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सत्ता पर की पकड़ और मजबूत
चीन चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सत्ता पर की पकड़ और मजबूत
- पार्टी के अध्यक्ष की भूमिका को बहाल किया जा सकता है
डिजिटल डेस्क, बीजिंग। एक महात्वपूर्ण बैठक के आखिरी दिन चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने घोषित प्रमुख राजनीतिक प्रस्तावों के साथ चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (सीसीपी) के एक नेता के रूप में खुद को और मजबूत किया और अपनी स्थिति को बेहतर किया। गार्डियन की रिपोर्ट के मुताबिक शनिवार को सीसीपी कांग्रेस ने अपने संविधान में संशोधन किया। इसका उद्देश्य शी को पार्टी में और मजबूत करना और उनके राजनीतिक विचार व विचारधारा को स्थापित करना है।
पुनर्नियुक्त किए गए प्रतिनिधियों की एक सूची से स्पष्ट होता है कि प्रीमियर ली केकियांग व पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ सदस्य राजनीति से सेवानिवृत्त होंगे।पार्टी के अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि किया कि राष्ट्रपति एक और कार्यकाल के लिए सत्ता में रहेंगे। इस सप्ताह के अंत में 69 वर्षीय शी के पार्टी महासचिव के रूप में एक बार फिर से नियुक्ति होने की उम्मीद है, इससे चीनी राष्ट्रपति के रूप में तीसरे कार्यकाल के रूप में उनका मार्ग प्रशस्त हो जाएगा।
अपने भाषण में शी ने कहा कि संघर्ष करने की हिम्मत करो, जीतने की हिम्मत करो और कड़ी मेहनत करो। दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ो। द गार्डियन की रिपोर्ट के अनुसार सप्ताह भर चलने वाले इस बैठक का उद्देश्य मुख्य रूप से पार्टी के वरिष्ठ पदों पर फेरबदल करना है। हालांकि शी का भाषण शुरू होने से कुछ समय पहले पूर्व नेता हू जिंताओ को बिना किसी स्पष्टीकरण के कमरे से बाहर निकाल दिया गया।
2012 में सत्ता में आने के बाद से शी ने 2018 में अपने कार्यकाल को बढ़ाने के साथ खुद को और मजबूत किया है। विश्लेषक इस सप्ताहांत की घटनाओं को उत्सुकता से देख रहे हैं कि क्या शी को औपचारिक रूप से पीपुल्स लीडर का खिताब दिया जाता है, जो माओत्से तुंग के बाद से आधिकारिक तौर पर किसी के लिए इस्तेमाल नहीं किया गया है। ऐसी भी अटकलें लगाई जा रही हैं कि पार्टी के अध्यक्ष की भूमिका को बहाल किया जा सकता है।
(आईएएनएस)
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ bhaskarhindi.com की टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.