अमेरिका चुनाव: बाइडेन ने स्वीकारा डेमोकेट्रिक पार्टी के राष्ट्रपति पद का नामांकन
अमेरिका चुनाव: बाइडेन ने स्वीकारा डेमोकेट्रिक पार्टी के राष्ट्रपति पद का नामांकन
डिजिटल डेस्क, वॉशिंगटन। अमेरिका के पूर्व उप-राष्ट्रपति जो बाइडेन ने 3 नवंबर को होने वाले राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव के लिए डेमोकेट्रिक पार्टी की तरफ से नामांकन को स्वीकार कर लिया है। गुरुवार रात को चार-दिवसीय डेमोक्रेटिक नेशनल कंवेन्शन के अंतिम दिन उन्होंने अपना स्वीकृति भाषण प्रस्तुत किया।
अपने होमटाउन डेलावेयर के विलमिंगटन में आयोजित इस समारोह में 77 वर्षीय बाइडेन ने कहा, संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति पद के लिए नामांकन को स्वीकार करना एक बहुत बड़े सम्मान और विनम्रता की बात है। यह अब हम सभी के साथ आने व कोई भी गलती न करने का वक्त है। साथ में मिलकर हम अमेरिका में छाए इस मुसीबत की घड़ी से विजय प्राप्त करेंगे। हम डर पर उम्मीद, कल्पनाओं पर तथ्यों और सुविधा पर सटीकता का चुनाव करेंगे।
अपनी बात को जारी रखते हुए वह आगे कहते हैं, मैं एक स्वाभिमानी डेमोक्रेट हूं और आम चुनाव में अपने पार्टी के बैनर को आगे ले जाना मेरे लिए गर्व की बात है, लेकिन भले ही मैं एक डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हूं, बनूंगा मैं अमेरिकी राष्ट्रपति ही। जो मेरे लिए मतदान करेंगे, मैं उनके लिए कड़ी मेहनत करूंगा और साथ ही उनके लिए भी ऐसा करना जारी रखूंगा जिन्होंने मुझे अपना समर्थन नहीं दिया है। यही एक राष्ट्रपति का काम है, जो अपनी पार्टी व अपने लोगों तक सीमित न रहकर सभी का प्रतिनिधित्व करे।
बाइडेन ने कहा, यह पल सिर्फ मेरे लिए खास नहीं है, बल्कि सम्पूर्ण अमेरिका के लिए है। उन्होंने यह भी कहा कि ट्रंप ने अमेरिका को काफी लंबे समय तक अंधेरे में रखा है और काफी ज्यादा नफरत, डर और विभाजन फैलाया है।
अगर ट्रंप दोबारा राष्ट्रपति चुने जाते हैं, इस पर बाइडेन कहते हैं, कोरोनावायरस के मामले और मौतों का इजाफा जारी रहेगा। कई घरेलू, स्वतंत्र व्यवसाय बंद कर दिए जाएंगे। कामकाजी लोगों को संघर्ष का सामना करना पड़ेगा और जो समर्थ हैं उन्हें काफी ज्यादा टैक्स का भुगतान करना पड़ेगा। सस्ती देखभाल अधिनियम पर तब तक हमले होते रहेंगे जब तक कि यह पूरी तरह से खत्म नहीं हो जाता। पूर्व उप राष्ट्रपति ने यह भी कहा, वायरस से अमेरीकियों की रक्षा करने के लिए ट्रंप अपनी बुनियादी जिम्मेदारियों को भी पूरा कर पाने में विफल रहे हैं।