काबुल में अमेरिका की एयर स्ट्राइक, 2 लोगों की मौत; तालिबान ने कहा- ISIS आतंकियों को निशाना बनाया गया

Afghanistan काबुल में अमेरिका की एयर स्ट्राइक, 2 लोगों की मौत; तालिबान ने कहा- ISIS आतंकियों को निशाना बनाया गया

Bhaskar Hindi
Update: 2021-08-29 13:00 GMT
काबुल में अमेरिका की एयर स्ट्राइक, 2 लोगों की मौत; तालिबान ने कहा- ISIS आतंकियों को निशाना बनाया गया
हाईलाइट
  • काबुल एयरपोर्ट के पास अमेरिका की एयर स्ट्राइक
  • खाज-ए-बुगरा के गुलाई इलाके में ये स्ट्राइक की गई है
  • न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने इस स्ट्राइक की जानकारी दै

डिजिटल डेस्क, काबुल। काबुल से रविवार को एक और धमाके की खबर आई। अफगानिस्तान की न्यूज एजेंसी असवाका ने प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से कहा, खाज-ए-बुगरा के गुलाई इलाके में एक रिहायशी मकान से रॉकेट टकराया है। ये इलाका काबुल एयरपोर्ट के करीब है। इस घटना में अभी तक 2 लोगों के मारे जाने की खबर है। तीन घायल हुए हैं।रॉयटर्स ने इस हमले को अमेरिका की स्ट्राइक बताया है।

अमेरिकी अधिकारियों ने समाचार एजेंसी AFP और रॉयटर्स से कहा है कि ISIS-K की संदिग्ध गाड़ी को निशाना बनाया गया है। गाड़ी के जरिए काबुल एयरपोर्ट पर हमला किया जाना था। वहीं कुछ मीडिया रिपोर्ट में तालिबान के हवाले से कहा गया है कि आत्मघाती हमलावर अमेरिका का निशाने पर था।

इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने चेतावनी दी थी कि अगले 24 से 36 घंटे में फिर से हमला हो सकता है। बाइडेन ने कहा था कि स्थिति बेहद खतरनाक है और एयरपोर्ट पर खतरा काफी बढ़ गया है। अमेरिका ने ताजा चेतावनी में अपने नागरिकों से कहा था कि वे काबुल एयरपोर्ट और उसके आस-पास के इलाकों से तुरंत हट जाएं। 

बीते दिनों काबुल एयरपोर्ट पर हुए ब्लास्ट के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने चेतावनी दी थी कि अगले 24 से 36 घंटे में फिर से हमला हो सकता है। बाइडेन ने कहा था कि स्थिति बेहद खतरनाक है और एयरपोर्ट पर खतरा काफी बढ़ गया है। अमेरिका ने अपने नागरिकों से कहा था कि वे काबुल एयरपोर्ट और उसके आस-पास के इलाकों से तुरंत हट जाएं। 

काबुल एयरपोर्ट के गेट पर 26 अगस्त को हुए ब्लास्ट में 13 अमेरिकी सैनिकों सहित लगभग 200 लोग मारे गए थे और सैकड़ों अन्य घायल हो गए थे। भीषण विस्फोट में एक महिला टीवी एंकर सहित दो पत्रकार भी शामिल थे। पीड़ितों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे थे। इस्लामिक स्टेट खुरासान (ISIS-K) के आतंकियों ने इसकी जिम्मेदारी ली थी।

इस हमले का बदला लेने के लिए, अमेरिकी सेना ने 27 अगस्त को नंगरहार प्रांत में आतंकवादी समूह के खिलाफ एक ड्रोन हमला किया, जिसमें दो हाई-प्रोफाइल सदस्य मारे गए और एक अन्य घायल हो गया।

 

 

 

 

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