हवाई हमले: शांति वार्ता से पहले इजरायल ने गाजा पर किए कई हवाई हमले, संयुक्त राष्ट्र के संचालित स्कूल पर हुआ हमला 16 लोगों की मौत
- दोनों देशों के बीच युद्ध रोकने के तमाम कोशिशें जारी
- कतर के मध्यस्थों के साथ वार्ता जारी रखने के लिए प्रतिनिधिमंडल भेजेगा इजरायल
- अगले सप्ताह वार्ता जारी रखने के लिए दोहा जाएंगा इजरायल प्रतिनिधिमंडल
डिजिटल डेस्क, गाजा। शांति वार्ता से पहले इजरायल ने गाजा पर बीते दिन शनिवार को हवाई हमले किए। इजरायल का ये हवाई कतर के मध्यस्थों के साथ वार्ता जारी रखने के लिए प्रतिनिधिमंडल भेजेनेकतर के मध्यस्थों के साथ वार्ता जारी रखने के लिए प्रतिनिधिमंडल भेजेने की बात कही थी। खबरों के अनुसार प्रधानमंत्री के प्रवक्ता ने कहा कि युद्ध विराम और बंधकों की रिहाई के समझौते को लेकर हमास के साथ अभी भी खामियां हैं। वहीं इससे पलहे एक प्रवक्ता ने कहा कि यह सहमति बनी कि अगले सप्ताह इजरायल वार्ता जारी रखने के लिए दोहा जाएंगे। दोनों पक्षों के बीच अभी भी मतभेद हैं।
आपकी जानकारी के लिए बता दें नवंबर में एक सप्ताह के विराम के बाद से कोई युद्धविराम नहीं हुआ। इस दौरान इजरायली जेल में बंद 240 फिलिस्तीनियों के बदले में 80 इजरायली बंधकों को छोड़ा गया था। इजरायली सेना ने कहा कि उसके विमानों ने अल-जौनी स्कूल के आस-पास के आतंकवादियों को निशाना बनाया था। सेना ने पहले कहा कि उसने उत्तर में शुजाइया, मध्य गाजा में देर अल-बलाह और दक्षिण में राफा सहित गाजा पट्टी के अधिकांश हिस्सों में अभियान चलाए हैं। वहीं सेना ने एक घोषणा में बताया था कि वह हमास से मुक्त हो गया, लेकिन अब वहां फिर से लड़ाई शुरू हो गई है, ये शुजाइया क्षेत्र है। सेना ने पहले कहा था कि उसने रात भर दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह के कई आतंकवादी ठिकानों पर हमला किया, जो सभी सीमा के पास थे। हिजबुल्लाह के अनुसार शनिवार को पूर्वी लेबनान में एक वाहन को निशाना बनाकर इजरायली ड्रोन हमला किया गया, जिसमें हिजबुल्लाह के एक अधिकारी की मौत हो गई। इजरायल ने कहा कि वह समूह की वायु रक्षा इकाई का हिस्सा था।
वहीं दूसरी ओर गाजा युद्ध शुरू होने के बाद इजरायल और लेबनान के ईरान समर्थित हिजबुल्लाह आंदोलन के बीच लगभग हर रोज सीमा पार से गोलीबारी होती है। पिछले महीने से हमलों में वृद्धि हुई है। शनिवार की सुबह, उत्तरी इजराइल में सायरन बजने लगे और सेना ने कहा कि उसने एक "संदिग्ध हवाई लक्ष्य" को मार गिराया है तथा लेबनान से प्रक्षेपित दो "शत्रु विमान" खुले मैदान में गिरे।