मालवाहक जहाजों पर हमले: हूती समूह ने इजरायल से जुड़े समुद्री जहाजों पर हमले किए
- हमले क्षेत्र का विस्तार कर रहा हूती
- अदन की खाड़ी, हिंद महासागर और अरब सागर में हमले
- मध्य पूर्व में अस्थिरता कम होने का नाम नहीं ले रही
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। यमन के हूती समूह ने गुरुवार को दावा किया कि उसने अदन की खाड़ी, हिंद महासागर और अरब सागर में इजरायल से जुड़े तीन जहाजों पर हमला किया है। हूती सैन्य प्रवक्ता याह्या सरिया ने कहा कि यह अभियान नौसेना, ड्रोन और मिसाइल बलों का एक समन्वित प्रयास था। एलएसईजी डेटा के मुताबिक पुर्तगाल के झंडे वाला एमएससी ओरियन पुर्तगाल और ओमान के बीच चल रहा था। इस जहाज का मालिक जोडियाक मैरीटाइम है।जोडियाक का मालिकाना हक आंशिक रूप से इजरायली व्यवसायी इयाल ओफर के पास है। कंपनी ने अभी तक इसे लेकर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है।
इजरायल और हमास जंग जब से शुरु हुई तब से यमन के हूती विद्रोही लाल सागर में इजराइली समर्थित देशों के जहाजों पर हमला कर रहे है।हूती विद्रोहियों ने हिंद महासागर में जहाजों पर हमले बढ़ा दिए हैं।एक खबर के मुताबिक बीते सप्ताह यमन के हूती विद्रोहियों ने इजरायल के विरोध में अंतरराष्ट्रीय शिपिंग के खिलाफ चल रहे अभियान के तहत हिंद महासागर में ड्रोन हमले किए और एमएससी ओरियन कंटेनर जहाज को निशाना बनाया। मध्य पूर्व में अस्थिरता कम होने का नाम नहीं ले रही है।
हूती विद्रोहियों बीते साल के अंतिम महीनों से लाल सागर, बाब अल-मंडब सट्रेट और अदन की खाड़ी में बार-बार ड्रोन और मिसाइल हमले किए हैं, जिससे मालवाहक जहाजों को दक्षिणी अफ्रीका के आसपास लंबी और अधिक महंगी यात्राओं पर माल भेजने के लिए निर्भर होना पड़ रहा है। मजबूर होना पड़ा है। इससे यह डर भी फैल गया है कि इजरायल हमास युद्ध फैल सकता है, जिससे मध्य पूर्व अस्थिर हो सकता है।
ईरान के समर्थन वाले हूतियों के प्रवक्ता ने मंगलवार को एक संबोधन में कहा कि माल्टा के झंडे वाले साइक्लेडेस वाणिज्यिक जहाज के साथ लाल सागर में दो अमेरिकी विध्वंसक जहाजों को निशाना बनाया।बीते महीने मार्च में भी हूती नेता ने कहा कि समूह इजरायल से जुड़े जहाजों को हिंद महासागर से केप ऑफ गुड होप की ओर जाने से रोकने के लिए अपने हमले क्षेत्र का विस्तार कर रहा था।
ब्रिटिश समुद्री सुरक्षा फर्म एंब्रे ने बताया था कि माल्टा के झंडे वाले कंटेनर जहाज को जिबूती से सऊदी के रास्ते में तीन मिसाइलों से निशाना बनाया गया। एंब्रे ने कहा इजरायल के साथ व्यापार के कारण निशाना बनाया गया था।अमेरिका और ब्रिटेन व्यापारिक जहाजों पर हुए हमले के खिलाफ हूतियों के ठिकानों पर हमले कर चुके हैं।