तनातनी: सैन्य ठिकानों पर धमाका,ईरान को धमाके के पीछे इजराइल की साजिश का संदेह
- धमाकों की जांच चल रही
- इजराइल और अमेरिका ने धमाकों के आरोपों को सिरे से नकारा
- इस्राइल- हमास के बीच चल रही जंग
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ईरान और इजराइल के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। दोनों ही देश एक दूसरे पर हमला कर रहे हैं। शनिवार को इराक में ईरान समर्थित सैन्य ठिकानों पर एक के बाद एक लगातार पांच धमाके हुए। धमाकों में तीन लोगों के घायल होने की खबर है। अभी तक धमाकों के पीछे की बजाय का पता नहीं चल पाया।जांच एजेंसियां धमाकों की जांच में जुटी हुई है। ईरान को धमाके के पीछे इजराइल की साजिश का संदेह है। हालांकि इजराइल और अमेरिका के अधिकारियों ने इन आरोपों को सिरे से नकार दिया है।
ईरान के दमिश्क स्थित दूतावास पर हुए हमले में ईरान की सेना के दो शीर्ष कमांडर्स समेत सात लोगों की दर्दनाक मौत हुई थी। ईरान ने इस हमले का आरोप इजराइल पर लगाया था। हमले के जवाब में ईरान ने इजराइल को चेतावनी दी थी कि वे ताकत के साथ पलटवार करेंगे। इसके बाद, बीते दिनों ईरान ने इजराइल पर 300 से ज्यादा मिसाइलों और ड्रोंस से हमले किए। हालांकि ये मिसाइलें और ड्रोंस इजराइल के हवाई सुरक्षा कवच को भेदने में नाकाम रहे। हाल ही में इजराइल ने पलटवार किया।
बगदाद के दक्षिण में बेबीलोन गवर्नरेट में सुरक्षा समिति के सदस्य मुहन्नाद अल-अनाजी के मुताबिक, धमाका विशेष रूप से पॉपुलर मोबिलाइजेशन यूनिट्स (पीएमयू) से संबंधित एक जगह पर हुए। बेबीलोन गवर्नरेट के उत्तर में राजमार्ग पर अल-मशरौ जिले के कलसू सैन्य अड्डे पर हुए धमाकों की जांच चल रही है।
खबरों के मुताबिक पीएमयू एक इराकी अर्धसैनिक समूह है जो ज्यादातर शिया ईरान द्वारा समर्थित है। पीएमयू स्थानीय प्रशासन से संबद्ध है और ईरान में शिया के साथ मजबूत संबंध हैं जो लंबे समय से इराकी राजनीति पर हावी है।
हमास के इजराइल पर सात अक्टूबर के जवाब में गाजा में इजराइल -हमास संघर्ष जारी है, इजराइल पर सात अक्टूबर को हुए हमले के पीछे कहीं न कहीं ईरान का हाथ था। तभी से ईरान और इजराइल के बीच तनातनी चल रही है। धमाकों ने गुप्त चल रही लड़ाई को सामने ला दिया।