बांग्लादेश हिंसा: ISKCON पुजारी चिन्मय कृष्ण दास की बढ़ी मुश्किलें, कोर्ट में जमानत याचिका पर टली सुनवाई, अगले महीने तक पुलिस हिरासत में
- कृष्ण दास की सुनवाई टली
- अगले महीने होगी पेशी
- कृष्ण दास के वकील ICU में भर्ती
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बांग्लादेश की कोर्ट ने इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शसनेस (ISKCON) पुंडरीक धाम के अध्यक्ष चिन्मय कृष्ण दास की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। कृष्ण दास की जमानत याचिका पर मंगलवार (3 दिसंबर) को सुनवाई होनी थी लेकिन अदालत ने सुनवाई की तारीख एक महीने आगे बढ़ा दी है। इसका मतलब यह है कि उन्हें अगले महीने तक पुलिस हिरासत में ही रहना पड़ेगा। बांग्लादेश में हिंदुओं पर जारी हिंसा के बीच सुनवाई टल जाना एक चिंता का विषय साबित हो सकता है।
वकील ने कोर्ट में आने से किया इनकार
जानकारी के मुताबिक, कृष्ण दास का केस लड़ रहे वकील रमन रॉय ने आज (3 दिसंबर) सुनवाई के वक्त कोर्ट में उपस्थित होने से मना कर दिया है। जिसकी वजह से कोर्ट ने सुनवाई की तारीख एक महीने के लिए टाल दी है। दरअसल, कोर्ट में पेशी से पहले ही इस्लामी कट्टरपंथियों ने वकील रॉय के घर में घुसकर उनपर हमला कर दिया था। साथ ही, तोड़फोड़ भी मचाई थी।
वकील ICU में एडमिट
इस्कॉन के प्रवक्ता राधारमण दास ने अपने 'एक्स' अकाउंट पर कृष्ण दास के वकील की तस्वीर शेयर कर बताया कि उनकी हालत बेहद गंभीर है और वह आईसीयू में एडमिट हैं। राधारमण दास ने कहा- कृपया अधिवक्ता रामेन रॉय के लिए प्रार्थना करें। उनका एकमात्र कसूर अदालत में चिन्मय कृष्ण प्रभु का बचाव करना था। इस्लामवादियों ने उनके घर में तोड़फोड़ की और उन पर बेरहमी से हमला किया, जिससे वह आईसीयू में अपनी जान बचाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
क्या हैं कृष्ण दास पर आरोप
कृष्ण दास के ऊपर हिंदुओं को बांग्लादेश के खिलाफ भड़काने, हिंसा भड़काने और देशद्रोह के आरोप लगे हैं। इन्हीं आरोपों के चलते उन्हें चटगांव से 25 नवंबर को गिरफ्तार किया था। जिसके बाद हिंदुओं ने सड़कों पर उतर कर विरोध किया। वहीं, बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) और जमात के कार्यकर्ता हिंसा पर उतारू हो गए। यहीं से बवाल की शुरूआत हुई।