इजराइल ईरान युद्ध: न्यूक्लियर हमले के सवाल पर इजरायल ने क्यों नहीं दिया अमेरिका को जवाब? बड़े स्तर पर बदला लेने के मूड में नेतन्याहू?

  • अमेरिका से किया गया ईरान और इजरायल के युद्ध पर सवाल
  • अमेरिका ने दिया डिप्लोमेटिक जवाब
  • तनाव को कूटनीतिक तरीके से करना चाहिए हल

Bhaskar Hindi
Update: 2024-10-05 09:39 GMT

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इजरायल ने अभी तक अमेरिका को नहीं बताया है कि मंगलवार को ईरान की तरफ से किए गए बैलिस्टिक मिसाइल हमले के जवाब में इजरायल परमाणु ठिकानों को निशाना  बनाएगा या नहीं। एक अधिकारी ने सीएनएन को जानकारी देते हुए कहा कि, ये बताना मुश्किल है कि इजरायल कब हमला बोलेगा। लेकिन संभावित है कि ये कार्रवाई 7 अक्टूबर से पहले या बाद में की जाएगी।

चिंता की क्या है बात?

अमेरिका राज्य विभाग के एक अधिकारी ने सीएनएन को जानकारी दी कि, इजरायल ने अब तक अमेरिका को ये विश्वास नहीं दिलाया है कि वो ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला नहीं करेगा। ये संभावना ईरान के इजरायल पर बैलिस्टिक मिसाइल हमला करने के बाद और बढ़ गई है। इजरायल की तरफ से इस पर कोई जवाब नहीं दिया गया है। लेकिन अधिकारियों की मानें तो इजरायल जल्दी ही जवाबी हमला कर सकता है।

क्या है अधिकारी का कहना?

अधिकारी के मुताबिक, ये सटीक कहना मुश्किल है कि इजरायल कब और कैसे प्रतिक्रिया देगा। लेकिन अनुमान लगाया जा सकता है कि इजरायल 7 अक्टूबर से पहले या बाद में हमला कर सकता है। ये दिन इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इस दिन इजरायल में हुए नरसंहार की बरसी है। हमास ने पिछले साल दक्षिणी इजरायल में इसे अंजाम दिया था।

पूछताछ के बीच एक और सवाल उठाया गया। जिसमें पूछा गया कि, क्या इजरायल ने अमेरिका को स्पष्ट किया है कि वो ईरान के परमाणु ठिकानों को निशाना बनाएगा। जिस पर अधिकारी ने जवाब देते हुए कहा कि, बाइडेन प्रशासन "समझदारी के साथ शक्ति" की उम्मीद कर रहे हैं। लेकिन ये भी स्पष्ट किया कि उनको किसी भी तरह की सटीक गारंटी नहीं दी गई है।

तनाव को कूटनीतिक तरीके से करना चाहिए हल

अमेरिका का मानना है कि, ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते तनाव को डिप्लोमेटिक तरीके से खत्म करना चाहिए। लेकिन वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए कोई भी ठोस दावा या विश्वास नहीं दिलाया जा सकता है। उनकी ये टिप्पणी राष्ट्रपति जो बाइडेन के उस बयान के बाद सामने आई है जिसमें उन्होंने कहा था कि इजरायल और ईरान के बीच बढ़ते युद्ध के बीच "पूरी तरह से युद्ध की संभावना नहीं है" इसे टाला जाना चाहिए।

Tags:    

Similar News