World Cancer Day: 'मैं हूं और मैं रहूंगी' थीम पर सेलिब्रेट किया जा यह दिन, जानें इसके बारे में
World Cancer Day: 'मैं हूं और मैं रहूंगी' थीम पर सेलिब्रेट किया जा यह दिन, जानें इसके बारे में
डिजिटल डेस्क, मुम्बई। जब भी कभी कैंसर जैसी बीमारी की बात होती है, लोग दशहत में आ जाते हैं। लोगों के अंदर से कैंसर के प्रति इसी दशहत को समाप्त करने के लिए हर साल 4 फरवरी को कैंसर डे मनाया जाता है। ताकि लोग कैंसर के प्रति अवेयर हो सकें। इसके लिए इस साल एक थीम का आयोजन भी किया जाता है। इस बार कैंसर डे 2020 की थीम है "मैं हूं और मैं रहूंगी/रहूंगा"।
कैंसर एक ऐसी बीमारी है, जिसका सही समय पर इलाज न किया जाए तो इंसान की जान भी जा सकती है। महिलाओं एवं पुरुषों में इसके लक्षण अलग-अलग होते हैं। एक तरफ जहां महिलाओं में स्तन कैंसर की शिकायत ज्यादा होती है तो वहीं पुरुषों में फेफड़ों के कैंसर का जोखिम सबसे ज्यादा रहता है। इस बीमारी की वजह से हर साल कई मौतें होती हैं।
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पहला कैंसर दिवस
दुनिया में कैंसर जैसी बीमारी के प्रचार के लिए पहली बार विश्व कैंसर दिवस साल 1933 में मनाया गया। अंतरराष्ट्रीय कैंसर नियंत्रण संघ ने जिनेवा में पहली बार कैंसर दिवस मनाया। 4 फरवरी 2000 को कैंसर के खिलाफ विश्व कैंसर सम्मेलन पेरिस में हुआ। जहां यह तय हुआ कि हर साल चार फरवरी को कैंसर के खिलाफ जागरुकता फैलाने के लिए इस दिवस को मनाया जाएगा। बस यहीं से इस दिन को मनाने की शुरुआत हुई।
क्या है कैंसर
कैंसर इतना खतरनाक क्यों है? इस बीमारी की इतनी दशहत क्यों है? यह सवाल हमेशा ही लोगों के मन में होता है। दरअसल, कैंसर शरीर में कोशिकाओं की अनियंत्रित वृद्धि का एक समूह है। कैंसर शरीर के अंग विशेष से अन्य भागों में भी फैल सकता है। अगर शरीर में तेजी से बढ़ने वाली कोई गांठ है, तो वह कैंसर हो सकती है। लेकिन हर गांठ कैंसर नहीं होती। अगर आपके शरीर में कोई गांठ है तो इसका तुरंत इलाज करवाएं।
कैंसर के कारण
इस बीमारी के कई कारण हो सकते हैं। जैसे-
- जेनेटिक कार
- अस्वास्थ्यकर जीवन-शैल
- पर्यावरण संबंधी कारण
कैंसर के लक्ष्ण
वैसे तो हमारा इम्यून सिस्टम हर तरह के रोग से लड़ने में सक्षम है, लेकिन फिर भी कैंसर के टिश्यूज कई बार हमारे शरीर में हावी हो जाते हैं और शरीर में कोशिकाएं बढ़ने लगती हैं। अगर आपके शरीर में कहीं गांठ हैं और वह बढ़ती जा रही है तो वह गांठ कैंसर हो सकती है। महिलाओं में स्तन कैंसर के लक्ष्ण ज्यादा देखने मिलते हैं। स्तन कैंसर में कैंसर की बीमारी की कोशिकाएं स्तन के टिश्यूज में बनती हैं। स्तन कैंसर के लक्षण पता चलने पर फौरन डॉक्टर को दिखाना चाहिए। स्तन कैंसर के शुरुआती लक्षणों में स्तन के आकार में बदलाव आने के साथ ही गांठ का दिखना भी है। अगर आपको स्तन में गांठ महसूस हो रही है तो इसे हल्के में न लें और इलाज करवाएं।
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कैंसर से बचाव
सही खान-पान, एक्सरसाइज और मौसम के अनुसार दिनचर्या फॉलो करने से, कैंसर जैसी कई बीमारियों से बचा जा सकता है।