शलभासन: कमर और गर्दन के दर्द के लिए फायदेमंद है यह आसन
शलभासन: कमर और गर्दन के दर्द के लिए फायदेमंद है यह आसन
Bhaskar Hindi
Update: 2019-12-28 10:14 GMT
डिजिटल डेस्क, मुम्बई। लंबी आफिस ड्यूटी और एक जगह बैठे रहने से कमर और गर्दन दर्द होना आम बात है। ऐसे में आपको अपनी दिनचर्या में योग को जरुर शामिल करना चाहिए। अगर आप इस दर्द से पीड़ित है तो शलभासन आपके लिए बहुत फायदेमंद है। आइए जानते हैं शलभासन की विधि और लाभ के बारे में।
इस तरह करें शलभासन
- शलभासन को करने के लिये जमीन पर चटाई बिछाकर उस पर पेट के बल लेट जाएं।
- फिर दोनों पैरों को सीधा रखें और हाथों को कमर के पास व सीधा रखें।
- हथेली ऊपर की ओर रखें।
- अब गहरी सांस लेते हुए अपने दांये पैर को ऊपर दीवार की ओर उठाएं।
- इस दौरान घुटनों को मोड़े नहीं और सांस लेते रहें।
- अब दांये पैर को नीचे रखें।
- इसी प्रक्रिया को अपने बांये पैर के साथ दोहराएं।
- इस प्रकिया को करते समय हाथों को स्थिर रखें।
- अब सांस लेते हुए अपने दोनों पैरों को ऊपर की ओर उठाएं।
- घुटनों को मोड़े नहीं।
- हाथों को कमर के बराबर में सीधा रखें और सांस लेते रहें।
- अब सिर को ऊपर की उठाएं।
- पैरों को नीचे ले आएं और आराम की अवस्था में आ जाएं।
- इस आसन का अभ्यास दो से चार मिनट के लिये करें।
इस आसान के लाभ
- शलभासन को नियमित रूप से करने से शरीर का लचीलापन बढ़ता है।
- हर स्थिति में काम करने की क्षमता बढ़ती है।
- इसके साथ ही कमर की मांसपेशियों को मजबूती मिलती है और कमर के दर्द से आराम मिलता है।
- योग की यह क्रिया गर्दन, कंधा और हाथों की नसों को आराम दिलाता है।
- शलभासन करने से पाचन क्रिया भी दुरुस्त होती है।
- पेट के आसपास जमा फैट कम होने लगता है।
- इसके साथ ही यह शरीर के पोस्चर को भी सही करता है।