दिवाली पर पटाखों से फैला प्रदूषण फेफड़ों को पहुंचा सकता है नुकसान, दिवाली से शुरू करें इन योगासनों का अभ्यास 

हेल्थ टिप्स दिवाली पर पटाखों से फैला प्रदूषण फेफड़ों को पहुंचा सकता है नुकसान, दिवाली से शुरू करें इन योगासनों का अभ्यास 

Bhaskar Hindi
Update: 2022-10-26 08:52 GMT
दिवाली पर पटाखों से फैला प्रदूषण फेफड़ों को पहुंचा सकता है नुकसान, दिवाली से शुरू करें इन योगासनों का अभ्यास 

डिजिटल डेस्क नई दिल्ली। दिवाली का त्योहार हिन्दू धर्म का सबसे बड़ा त्योहार है। इसे बड़े हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है। लेकिन इस हर्ष और उल्लास के बीच हम अपने आसपास के वातावरण और प्रकृति के संतुलन को बिगाड़ देते हैं। जो हमारी सेहत के लिए हानिकारक होता है। आसमान में जलते फटाखे हमें जलते हुए अच्छे तो बहुत लगते हैं लेकिन उस से हो रहा प्रदूषण हमारे शरीर के लिए नुकसान दायक है। इससे हमारे फेंफड़ो पर गहरा असर पड़ता है। रिपोर्ट के अनुसार, कई शहरों का एयर क्वालिटी इंडेक्स बहुत खराब रहा है। जिसके चलते सांस संबंधी समस्याएं बढ़ सकती हैं। फेफड़े शरीर के सभी अंगों में ऑक्सीजन के संचार को सुचारू बनाए रखने का काम करते हैं। फेफड़ों में होने वाली किसी भी तरह की समस्या जानलेवा हो सकती है। इसलिए योग और व्यायाम वायु मार्ग से बलगम को साफ करने में मदद करने के साथ फेफड़ों को मजबूत बनाए रखने में सहायक माने जाते हैं। तो आईये जानते हैं फेफड़ों को मजबूती देने वाले कुछ योगाभ्यासों के बारे में- 

 

भुजंगासन

इस योग का अभ्यास फेफड़ों को स्वस्थ बनाए रखने और फेफड़ों को फैलाने में सबसे मददगार माना जाता है। वायुमार्ग को साफ करने के साथ फेफड़ों को मजबूत बनाने के लिए भुजंगासन योग का नियमित अभ्यास कर सकते हैं। मन को शांत करने और मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी भुजंगासन फायदेमंद है। इसके अलावा भी ये- 

  • रीढ़ की हड्डी को मजबूत करता है।
  • छाती और फेफड़ों, कंधों और पेट की मांसपेशियों को फैलाता है।
  • तनाव और थकान को दूर करने में मदद करता है।
  • साइटिका की समस्या को कम करने में लाभदायक।
  • अस्थमा के लक्षणों को कम करता है।
 

धनुरासन 

 फेफड़ों की सफाई के लिए धनुरासन सबसे अच्छे योगों में से एक है। इस आसन को कभी भी किया जा सकता है। फेफड़ों को मजबूत बनाने के साथ श्वसन समस्याओ को दूर करने के लिए भी धनुरासन योग का नियमित अभ्यास मदद करता है।  पीठ को मजबूत करे धनुरासन कमर व पीठ को मजबूत करने में लाभदायक हो सकता है। इसके अलावा-

  • पेट की मांसपेशियों को मजबूत करे 
  • चिंता व अवसाद से बचाव 
  • गुर्दे (किडनी) से संबंधित विकार से दूर रखे
  • पैर और बांह की मांसपेशियों को टोन करने में सहायक 
  • प्रजनन अंगों को उत्तेजित करे

 

सुखासन योग

इस योग के अभ्यास से रक्त प्रभाव प्रोत्साहित होता है और फेफड़ों के कार्य को बढ़ावा मिलता है। सुखासन योग फेफड़ों की सेहत के लिए बेहतरीन अभ्यास माना जाता है। फेफड़ों की मांसपेशियो को मजबूत बनाने और वायुमार्ग को साफ रखने के लिए नियमित सुखासन का अभ्यास करें। इसके साथ ही ये पीठ से लेकर कमर और पैरों तक की मांसपेशियों की स्ट्रेचिंग और पूरे शरीर में रक्त के संचार को बेहतर बनाए रखता है। यह आपकी रीढ़ को फैलाने के साथ इससे संबंधित समस्याओं को दूर करता है।

 

डिसक्लेमरः इस आलेख में दी गई जानकारी अलग अलग किताब और अध्ययन के आधार पर दी गई है। bhaskarhindi.com यह दावा नहीं करता कि ये जानकारी पूरी तरह सही है। पूरी और सही जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ (ज्योतिष/वास्तुशास्त्री/ डॉक्टर/ अन्य एक्सपर्ट) की सलाह जरूर लें।

 

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