गौतमबुद्ध नगर : नवनियुक्त जिलाधिकारी सुहास ने कहा, कोरोना से टीम-वर्क ही जिताएगा

गौतमबुद्ध नगर : नवनियुक्त जिलाधिकारी सुहास ने कहा, कोरोना से टीम-वर्क ही जिताएगा

Bhaskar Hindi
Update: 2020-03-31 15:01 GMT
गौतमबुद्ध नगर : नवनियुक्त जिलाधिकारी सुहास ने कहा, कोरोना से टीम-वर्क ही जिताएगा
हाईलाइट
  • गौतमबुद्ध नगर : नवनियुक्त जिलाधिकारी सुहास ने कहा
  • कोरोना से टीम-वर्क ही जिताएगा

गौतमबुद्ध नगर, 31 मार्च (आईएएनएस)। कोरोना जैसी महामारी और त्रासदी के बीच 2007 बैच के युवा आईएएस अधिकारी सुहास एल.वाई. ने मंगलवार को कार्यभार ग्रहण कर लिया।

डीएम बी.एन. सिंह को हटाकर सुहास को जिले के जिलाधिकारी का कार्यभार सौंपा गया है। यह रद्दोबदल सोमवार को सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा ली गई समीक्षा बैठक के बाद हुआ।

बी.एन. सिंह को फिलहाल ट्रांसफर करके राजस्व विभाग में प्रयागराज भेज दिया गया है।

चार्ज लेते ही नवनियुक्त डीएम सुहास ने नोएडा सेक्टर-27 स्थित जिलाधिकारी शिविर कार्यालय में मातहतों की मीटिंग बुलाई। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार सिंह, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व मुनींद्र नाथ उपाध्याय, अपर जिलाधिकारी प्रशासन दिवाकर सिंह, वरिष्ठ कोषाधिकारी अशोक कुमार सहित जिले के बाकी तमाम डिप्टी कलेक्टर व स्वास्थ्य विभाग के भी अन्य तमाम आला अफसर मौजूद थे।

पहली ही बैठक में नए डीएम ने मातहत अफसरों की टीम को दो टूक बता दिया कि हाल फिलहाल जिला प्रशासन का मकसद टीम-वर्क होना चाहिए। टीम वर्क होगा तभी कोरोना जैसी महामारी को हराया जा सकेगा।

डीएम सुहास ने कोरोनावायरस के संक्रमण को रोकने की बात पर भी ज्यादा बल दिया।

उल्लेखनीय है कि सोमवार को सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ ने गौतमबुद्ध नगर जिले का दौरा किया था। दौरे का मकसद था जिले में कोरोना की रोकथाम के लिए जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे कार्यों की समीक्षा। समीक्षा बैठक में मौजूद जिलाधिकारी बी.एन. सिंह, नोएडा विकास प्राधिकरण की मुख्य कार्यपालक अधिकारी रितु माहेश्वरी सहित तमाम विभागों के अफसरों को सीएम ने आड़े हाथ ले लिया था। जब अफसरों ने मुख्यमंत्री को अपने किए हुए कार्य गिनाने चाहे तो वे बिफर पड़े।

सीएम ने जिले की सरकारी मशीनरी को बुरी तरह लताड़ा। गुस्साये सीएम ने यहां तक कह डाला, बकवास बंद करो। तुम सब यहां राजनीति करते हो।

सूबे के सीएम के इस रुख को देखकर जिला प्रशासन के आला-अफसरों की घिघ्घी बंध गई थी।

सीएम की इस मीटिंग से बाहर निकलते ही जिलाधिकारी (अब पूर्व) बी.एन. सिंह ने राज्य शासन से तीन महीने के लिए अवकाश पर जाने की अनुमति मांग ली। अवकाश पर जाने की अनुमति मांगते ही उनका वह गोपनीय पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।

आईएएस बीएन सिंह के पत्र का मीडिया में लीक होना, हुकूमत ने सरकारी सेवा और आचार संहिता का उल्लंघन माना। लिहाज यूपी सरकार ने पूरे मामले की जांच शुरू करवा दी। साथ ही बीएन सिंह को भी तत्काल गौतमबुद्ध नगर जिले के डीएम पद से हटाकर राजस्व विभाग में भेज दिया।

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