Health: जानिए उन 5 फूड के बारे में जो कर सकते हैं स्ट्रेस को मैनेज

Health: जानिए उन 5 फूड के बारे में जो कर सकते हैं स्ट्रेस को मैनेज

Bhaskar Hindi
Update: 2021-01-11 14:45 GMT
Health: जानिए उन 5 फूड के बारे में जो कर सकते हैं स्ट्रेस को मैनेज

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। तनाव, वर्किंग प्रोफेशनल और होममेकर्स के जीवन का एक नियमित हिस्सा बन गया है। तनाव के दौरान, हमारा शरीर कोर्टिसोल हार्मोन का निर्माण करता है, जो एक सर्वाइवल मैकेनिज्म के रूप में हमारी भूख को बढ़ाता है। ऐसे में बॉडी तनाव को कम करने के लिए शुगर, कार्बोहाइड्रेट और फैट वाली चीजों की डिमांड करती है। हालांकि, ऐसे खाद्य पदार्थ लंबे समय में तनाव को कम करने में मदद नहीं करते हैं। यदि जल्दी इलाज नहीं किया जाता है, तो तनाव अवसाद और अन्य मानसिक बिमारियों को जन्म दे सकता है। ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं पांच हेल्दी फूड्स जो स्ट्रेस के कम करने में आपकी सहायता कर सकते हैं।

1. सिट्रस फ्रूट
यदि किसी स्ट्रेसफुल डे के दौरान आपकी मीठी चीज खाने का मन करता है, तो कैंडी बार या पेस्ट्री की तुलना में फलों का सेवन करना बेहतर है। खट्टे फल जैसे कि संतरे, नींबू और अंगूर का स्वाद मीठा होता है। साथ ही इसके हेल्थ बेनिफिट भी है, जो की आपको केक और दूसरी चीजों में नहीं मिलते। मनोवैज्ञानिक तनाव ऑक्सीडेटिव डैमेज का कारण बनता है। इस तरह के प्रभावों का सिट्रिस फ्रूट अच्छी तरह से मुकाबला करते हैं। क्योंकि इन फलों में साइट्रिक एसिड पाया जाता है।

2. हर्बल चाय
तनाव के दौरान न्यूरोट्रांसमीटर हार्मोन सेरोटोनिन कम हो जाता है जो की डिप्रेशन का कारण बनता है। दरअसल, न्यूरोट्रांसमीटर हार्मोन हमारे शरीर में मूड़, इमोशन, मेमोरी, कॉग्निशन और डोपामाइन को नियंत्रित करते हैं। इससे हमारी भूख और प्लेजर प्रभावित होती है। चाय में कैफीन और एल-थीनिन होता है, जो सेरोटोनिन और डोपामाइन के स्तर को बढ़ाता है और अतिरिक्त कोर्टिसोल को भी कम करता है। हर्बल टी जैसे कैमोमाइल, पिपरमिंट, अदरक और लैवेंडर चाय डी-स्ट्रेसिंग के लिए काफी प्रभावी हैं।

3. डार्क चॉकलेट
कई साइंटिफिक स्टडी में डार्क चॉकलेट के स्वास्थ्य लाभों की पुष्टि हुई है। दो सप्ताह तक प्रतिदिन 40 ग्राम डार्क चॉकलेट खाने से कोर्टिसोल का स्तर कम होता है और मरीज को आराम मिलता है।

4. नारियल पानी
नारियल पानी तनाव से जुड़े न्यूरोमस्कुलर एक्साइटेशन को कम करता है। कोर्टिसोल के स्तर में वृद्धि से पोटेशियम का स्तर कम हो जाता है और रक्त में सोडियम का स्तर बढ़ जाता है। पोटेशियम का कम स्तर न्यूरोमस्कुलर तनाव पैदा करता है और मांसपेशियों की मरोड़ का कारण बनता है। नारियल इन प्रभावों का मुकाबला करने के लिए पर्याप्त पोटेशियम प्रदान करता है।

5. कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थ
क्रोनिक तनाव हमारी हड्डियों को प्रभावित करता है क्योंकि कोर्टिसोल का बढ़ा स्तर हड्डियों में कैल्शियम की कमी का कारण बनता है। लंबे समय में यह ऑस्टियोपोरोसिस का कारण बन सकता है। कैल्शियम से भरपूर खाद्य पदार्थ, जैसे कि सरसों का साग, कोलार्ड साग, ब्रोकोली, केल, खसखस ​​और तिल, नुकसान को उलट सकते हैं।

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