Health: बर्ड फ्लू जैसी बीमारियों से बचने की 5 नेचुरल और आयुर्वेदिक टिप्स

Health: बर्ड फ्लू जैसी बीमारियों से बचने की 5 नेचुरल और आयुर्वेदिक टिप्स

Bhaskar Hindi
Update: 2021-01-24 11:14 GMT
Health: बर्ड फ्लू जैसी बीमारियों से बचने की 5 नेचुरल और आयुर्वेदिक टिप्स

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बर्ड फ्लू, जिसे एवियन इन्फ्लूएंजा भी कहा जाता है, उन देशों के लिए दोहरी मार है जो पहले से ही कोविड-19 के खिलाफ अपनी सबसे बड़ी लड़ाई लड़ रहे हैं। कोविड-19 की ही तरह इस बीमारी में भी फीवर और रेस्पिरेटरी से जुड़े सिम्पटम नजर आते हैं।  उपलब्ध आंकड़ों और आयुर्वेद के सामान्य नियम के अनुसार अच्छी प्रतिरक्षा प्रणाली से ही बीमारियों से लड़ा जा सकता है। तो, किसी भी तरह की बीमारी से खुद को बचाने का सबसे अच्छा तरीका है अपनी इम्यूनिटी को बढ़ाना और एक हेल्दी लाइफस्टाइल का पालन करना।

न सिर्फ अच्छा खाना बल्कि सुबह जल्दी उठना और समय पर सोना भी एक स्वस्थ जीवन शैली का हिस्सा है। आयुर्वेदिक डॉक्टर कहते है कि वर्क फ्रॉम होम की वजह से कई लोग रात-रात भर काम करते हैं। ऐसे में उनका स्लीप साइकिल बिगड़ रहा है।  इस तरह की जीवन शैली हमारी प्रतिरक्षा और शरीर के विभिन्न "दोष" को प्रभावित करती है। इसलिए सबसे पहले हम सभी को स्वस्थ जीवन शैली का पालन करने की आवश्यकता है, जिसमें समय पर स्वस्थ भोजन, अच्छी नींद, डेली एक्सरसाइज और ध्यान शामिल हैं। ऐसे में आज हम आपको बताते जा रहे हैं अपने इम्यून सिस्टम को शेप देने और शरीर की लड़ने की प्रणाली को मजबूत करने के लिए कुछ सरल और प्रभावशाली उपाय जिनका आप पालन कर सकते हैं।

1. डाइट में जड़ी-बूटियों को शामिल करें: 
बर्ड फ्लू जैसे संक्रमण से बचने के लिए आप अपने दैनिक आहार में अदरक, लहसुन, हल्दी जैसी कुछ जड़ी-बूटियां शामिल कर सकते हैं। ये जड़ी-बूटियां शरीर को लड़ने की ताकत देती हैं और हमारे शरीर को संक्रमित होने से भी बचाती हैं।

2. नास्य क्रिया: 
हर सुबह प्रत्येक नथुने में अनु तेल की दो से चार बूंदें डालने से श्वसन प्रणाली को शक्ति मिलेगी। इस चिकित्सा को नास्य के रूप में जाना जाता है। यह नेजल केविटी से प्रदूषकों को बाहर निकालने में मदद करता है।

3. ऑइल पुलिंग थेरेपी:
अन्य महत्वपूर्ण चिकित्सा में से एक ऑइल पुलिंग थेरेपी है। इसे कुछ सेकंड के लिए मुंह में गुनगुने तेल को रखकर किया जा सकता है और इसके बाद एक चुटकी नमक के साथ गुनगुने पानी के साथ गरारे करें। इसके साथ स्टीम इनहेलेशन भी करें। ऑयल पुलिंग थेरेपी, गरारे करना और स्टीम इनहेलेशन से विषाक्त पदार्थों को निकालने और प्रतिरक्षा को बढ़ाने में मदद मिलती है।

4. अपनी सुबह की शुरुआत एक चम्मच च्यवनप्राश से करें: 
दैनिक जीवन में एक और महत्वपूर्ण चीज है च्यवनप्राश। नाश्ते के दौरान हर सुबह च्यवनप्राश का एक चम्मच लेने से प्रतिरक्षा को बढ़ाने में मदद मिलती है और श्वसन प्रणाली मजबूत होती है।

5. गोल्डन मिल्क: 
सोने से पहले, गोल्डन मिल्क (शक्कर के साथ दूध और चुटकी भर हल्दी) लेना बुखार, सर्दी और बहती नाक आदि जैसे लक्षणों से छुटकारा पाने का सबसे अच्छा उपचार है।

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