जाने एक छोटी सी हंसी के पीछे कितने राज छुपे हैं - डॉ भावना राय पटेल
- हंसी एक औषधि का काम करती है |
- जो हंसता है वो लंबा जीता है |
- रक्त चाप,पल्स रेट और मांसपेशियों के तनाव को कम कर सकता है |
ऐसा कहा जाता है कि "हंसी एक औषधि का काम करती है" और "जो हंसता है वो लंबा जीता है"।
हमारे पूर्वजों द्वारा कहीं गई इन कहावतों के पीछे कई वैज्ञानिक तथ्य भी है जो की मेडिकली सिद्ध भी हुए है ।
कई रिसर्चों में पाया गया कि जो व्यक्ती ज्यादा हंसता है वो ज्यादा दुखी रहने वाले व्यक्ति कि तुलना में ज्यादा मनमोहक दिखता है और ज्यादा लंबी उम्र जीता है । तो अगर आप भी लंबी उम्र जीता चाहते है और ज्यादा जवान दिखना चाहते हैं तो बच्चो की तरह हंसिए खिलखिलाइये और खुश रहिए।
इन्ही तथ्यों पर आधारित कई लाफिंग क्लब्स भी हैं जो की हमें रोज सुबह की शुरुआत हंसने के साथ करने के लिए प्रेरित करते हैं।
मनोविज्ञानिक और शारीरिक तौर पर हंसी और इसके पीछे का कारण :
गेलेटॉलोजी ~ हंसी के शारीरिक और मानसिक प्रभाव का अध्यन है।
• इस अध्यन में पाया गया कि एक खुलके हंसी हंसने पर हमारे शरीर पर एक एरोबिक व्यायाम जैसा प्रभाव पड़ता है जिसमे चेहरे, हृदय, फेफड़े, पेट, आंतों की मांसपेशियों के साथ साथ स्केलेटल मसल्स का भी कॉन्ट्रैकशन और रिलैक्सेशन होता है और जो की क्रोनिक पैन की अवस्था को उत्पन्न वाले टेंशन और स्पास्म को रिलीज करता है।
• एक १२ सेकंड की हंसी में हमारे चेहरे की १५ मांसपेशियां कार्य करती हैं जिसमे जाईगोमेटिक मेजर मसल की मुख्य भूमिका होती है ।
• ऐसा देखा गया है की हंसी के दौरान हार्ट रेट, पल्स रेट तथा रेस्पिरेशन रेट इरेगुलर हो जाता है और ये अंततः हमें तेज सांस लेने पर मजबूर करता है और साथ साथ हमारे फेफड़ों को ज्यादा काम करना पड़ता है और जो वेंटिलेशन की प्रक्रिया को बढ़ाकर शरीर में ज्यादा ऑक्सीजन सप्लाई कर देता है ।
• अगर व्यक्ति १५ मिनट की लाफ लेता है तो वह अगले ४५ से ५० मिनट तक अपने बड़े हुए रक्त चाप ,पल्स रेट और मांसपेशियों के तनाव को को कम कर सकता है जिससे शारीरिक और मानसिक थकान की अनुभूति कम हो जाती है और व्यक्ति आराम महसूस करता है।
• मेडिकली देखा जाए तो एक हंसी के दौरान शरीर में सेरेटोनिन,एंडोर्फिन और केटाकोलामिन का स्तर बढ़ जाता है जो कि एक नेचुरल एंटीडिप्रेसेंट का काम करता हैऔर स्ट्रेस हार्मोन कोर्टिसोन के स्तर को कम कर देता है जो हमें दर्दरहित आरामदायक अवस्था एवम खुशी की अनुभूति कराता है।
• रिसर्च ने ये प्रूव किया है की खुलकर हंसने से हमारे शरीर में टी- लिंफोसाइट्स और IgA (एक प्रकार का इम्यूनोग्लोबिन) की मात्रा बढ़ जाती है जो की हमारी इम्यूनिटी यानी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और हमें स्वस्थ रखता है ।
• सबसे महत्वपूर्ण बात हंसी हमें मुफ्त में मिलती है इसके लिए हमें किसी को कुछ नही देना पड़ता तो आइए इसका उपयोग हम अपने जीवन में औषधि के रूप में करके अपने जीवन को लंबा और सुखमय बनाएं ।