जब भी आया चुनाव में 2 नंबर वाला साल, तब-तब यूपी में सपा की सरकार , जानें वायरल पोस्टकार्ड का सच
फर्जी खबर जब भी आया चुनाव में 2 नंबर वाला साल, तब-तब यूपी में सपा की सरकार , जानें वायरल पोस्टकार्ड का सच
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। यूपी में चुनाव का माहौल गरमाया हुआ है, सभी अपनी सत्ता बनाने में लगे हुए हैं। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक पोस्टकार्ड तेजी से वायरल हो रहा है। बता दें कि यह पोस्टकार्ड यूपी में सपा के समर्थन में दिखाई दे रहा है। वायरल पोस्टकार्ड में साफ लिखा है कि जिस चुनावी वर्ष के आखिरी में 2 रहता है तब-तब सपा की सरकार बनती है। यह पोस्टकार्ड सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
वायरल पोस्टकार्ड ने दिखाई सबूत के साथ सच्चाई
पोस्टकार्ड में इस बात की सच्चाई को सबूत के साथ दिखाई जा रही है। वायरल पोस्टकार्ड में उन चुनावी वर्षों को भी दिखाया गया है। और वर्षों को दिखानें के सांथ पोस्टर में उन-उन वर्षों में को बताते हुए यह दावा किया जा रहा है कि जब-जब चुनावी वर्षों के अंत में 2 आए हैं, उन वर्षों में यूपी पर सपा की सरकार बनी है। इन चुनावी वर्षों में 1992-2002-2012 का उल्लेख किया गया है। बताया जा रहा है कि इन सभी चुनावी वर्षों के अंत में 2 आया है और ये वर्ष सपा की सरकार बनाते आ रहे है और साथ ही कहा जा रहा है कि इस बार तो वर्ष के अंत में तीन अंक 2 वाले है और इस बार तो यूपी में सपा की सरकार बननी तय है।
क्या है वायरल पोस्टर की सच्चाई?
यह पोस्टर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वायरल पोस्टर को देखते हुए इसकी छानबीन की गई तो इसकी हकीकत सामने आ गई। छान बीन के बाद पता चला कि वायरल पोस्टर की सच्चाई पूरी तरह से सही नही है। एक रिपोर्ट में पता चला कि यूपी में सपा की सरकार तो बनी है लेकिन पोस्टर में बताऐ उन सभी वर्षों में नही।
छान बीन के दौरान जब विधानसभा के इतिहास को पढ़ा गया तो पता लगा कि वर्ष 1992 में यूपी विधानसभा चुनाव हुए ही नही थे। 1991 में चुनाव होने के बाद सीधे वर्ष 1993 में चुनाव हुआ था। पोस्टर का 1992 का यह दावा गलत निकला। पोस्टर में 2002 में भी सपा की सरकार का दावा किया गया है इसे भी देखा तो पता चला है कि 2002 के यूपी विधानसभा चुनाव में 143 सीटों के साथ सपा सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी थी। लेकिन इस साल सपा की नहीं, बल्कि बसपा और भाजपा की मिली-जुली सरकार बनी थी। बात अगर 2012 के चुनाव की करें तो इस वर्ष सपा की सरकार बनी थी । अपने दम पर 224 सीटों के साथ समाजवादी पार्टी ने सरकार बनाई थी और अखिलेश यादव सूबे के मुख्यमंत्री बने थे।
इन सभी आकड़ों को मिलाकर देखा जाए तो यह पता चलता है कि पोस्टर में किया जा रहा यह दावा पूरी तरह से सही नहीं है। पोस्टर का यह दावा भ्रामक है। सही मामले में अगर कहा जाए तो अब तक 1993 में सपा-बसपा के गठबंधन की सरकार के बाद 2003 में दोबारा सत्ता में सपा की वापसी हुई थी। साफ है कि 2 अंक का दावा करने वाली बात में सिर्फ वर्ष 2012 में सपा सत्ता पर आई है।