पुणे में आए वॉटरस्पाउट का वीडियो प्रयागराज में गंगा नदी से बादलों द्वारा पानी खींचने का बताकर किया जा रहा शेयर
फैक्ट चैक पुणे में आए वॉटरस्पाउट का वीडियो प्रयागराज में गंगा नदी से बादलों द्वारा पानी खींचने का बताकर किया जा रहा शेयर
डिजिटल डेस्क, भोपाल। इन दिनों देश के कई इलाकों में भारी बारिश के चलते बाढ़ जैसे हालात बन रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी बारिश और बाढ़ के कई वीडियोज शेयर हो रहे हैं। इसी दौरान एक अचंभित करने वाला वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में पानी नीचे धरती की ओर आने की जगह ऊपर की ओर जाता दिख रहा है।
कई सोशल मीडिया यूजर्स द्वारा इस वीडियो को शेयर कर इसे प्रयागराज का बताया जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि ये वीडियो उत्तरप्रदेश के प्रयागराज का है जहां गंगा नदी का पानी बादल खींच कर ले जा रहे हैं।
क्या है वीडियो में
वायरल वीडियो किसी नदी के पास स्तिथ मैदान का लग रहा है। यहां नदी का पानी भाप के रुप में तेज गति से घने बादलों की ओर जाता दिख रहा है। वीडियो में बवंडर जैसे गोल-गोल घूमते हुए भाप के गुबार से ऊपर की ओर एक सफेद लाइन बनती हुई नजर आ रही है। यह लाइन कुछ दूरी पर जाकर गायब भी हो जाती है। वीडियो में एक व्यक्ति की अचंभे से भरी आवाज भी सुनाई दे रही है।
पड़ताल - हमने रिवर्स सर्च की सहायता से वीडियो के बारे में जानकारी एकत्रित की। सर्च में हमें एनडीटीवी, आजतक और नवभारत टाइम्स की रिपोर्टस मिली। इन तीनों रिपोर्टों के मुताबिक, यह घटना इसी साल प्रयागराज की नहीं बल्कि 2018 में पुणे के रणमाला गांव में आए एक वॉटरस्पाउट का है। इन रिपोर्टस के अनुसार, 2018 में भारी बारिश के बीच रणमाला गांव के नजदीक नाजरे बांध में एक बवंडर आया था जिसके कारण आसपास के 1 किलोमीटर के दायरे में तबाही मच गई थी। बता दें कि जमीन में आने वाले ऐसे बवंडर को टॉरनेडो और पानी में आने वाले बवंडर को वॉटरस्पाउट कहा जाता है।
पड़ताल से साफ है कि वायरल वीडियो जुलाई 2022 को प्रयागराज में गंगा का पानी खींचते हुए बादलों का नहीं बल्कि जून 2018 में पुणे के नाजरे बांध में आए पानी के बवंडर यानी वॉटरस्पाउट का है। इसे गलत दावे के साथ सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है।