Fake News : क्या चीतों के झुंड से बच्चों को बचाने हिरण ने दे दी अपनी कुर्बानी ?
Fake News : क्या चीतों के झुंड से बच्चों को बचाने हिरण ने दे दी अपनी कुर्बानी ?
डिजिटल डेस्क, भोपाल। एक मादा हिरण अपने बच्चों को लेकर जंगल से जा रही थी, तभी उसने चीतों के झुंड को अपने पास आता देखा, मादा हिरण ने अपने बच्चों को वहां से भगाकर खुद को चीतों के झुंड के आगे समर्पित कर दिया और नम आंखों से अपने बच्चों को दूर तक जाते हुए देखती रही... ये कहानी पढ़कर किसी के भी मन में मां के बलिदान की का दृश्य सामने आ जाता है, एक मार्मिक फोटो के साथ काफी समय से सोशल मीडिया पर इस कहानी को शेयर की जा रही है। फोटो शेयर करने वाले ये भी दावा कर रहे हैं कि इस फोटो को बेस्ट फोटो ऑफ द इयर का अवॉर्ड मिला है।
फोटो में तीन चीते एक हिरण पर हमला करते हुए दिखाई दे रहे हैं, जबकि वो मसूम नजरों से सामने की तरफ देख रहा है। ट्वीटर पर इसे हजारों पर रीट्वीट किया जा चुका है तो फेसबुक पर भी लाखों लोग इसे शेयर कर चुके हैं। फोटो वायरल होने के बाद Bhaskarhindi.com ने फोटो और उसके पीछे की कहानी की पड़ताल की, आईए जानते हैं कि क्या ये कहानी सही है?
अपनी पोस्ट में एलिसन ने लिखा, ये पूरी तरह से झूठी और मनगढ़ंत कहानी है, जिसे ज्यादा लाइक हासिल करने के लिए वायरल किया जा रहा है। फोटो देखने के बाद हजारों लोग मुझसे पूछ चुके हैं कि मैं कब डिप्रेशन में गया था और उससे बाहर आया कि नहीं? फोटो की सच्चाई बताते हुए उन्होंने कहा कि ये मादा चीते के शावक हैं, जिन्हें मादा चीता शिकार करना सिखा रही थी, इन्होंने अकेले जा रहे हिरण पर हमला किया और कुछ देर बाद उसे मार दिया।
ये फोटो फिनलैंड के फोटोग्राफर एलिसन ने क्लिक किया था। उन्होंने 13 फरवरी 2017 को अपने सोशल मीडिया अकाउंट से पोस्ट लिखकर फोटो के पीछे की कहानी बताई है, उन्होंने लिखा कि वो काफी बुरा महसूस कर रहे हैं कि उनकी फोटो को झूठी कहानी के साथ शेयर किया जा रहा है। शेयर करने वाले ये भी लिख रहे हैं कि फोटो क्लिक करने के बाद फोटोग्राफर सदमे में चला गया। एलिसन इस बात से भी दुखी हैं कि फोटो शेयर करते वक्त उन्हें क्रेडिट भी नहीं दिया जा रहा, जो कॉपीराइट्स नियमों का उल्लंघन है।