Fake News: प्रियंका गांधी ने शेयर किया वीडियो, पुलिस ने बताया सच
Fake News: प्रियंका गांधी ने शेयर किया वीडियो, पुलिस ने बताया सच
डिजिटल डेस्क। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने 6 नवंबर को ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया। उन्होंने दावा किया कि उत्तरप्रदेश में दबंगों ने कोर्ट में अपने खिलाफ गवाही देने पर दलितों की पिटाई कर दी। उन्होंने लिखा है, उप्र में दबंगों ने गवाही देने के लिए भयावह तरीके दलित भाइयों की पिटाई कर दी। भाजपा सरकार मूकदर्शक बनी देख रही है। हर रोज दलित-आदिवासियों पर दबंग-अपराधी खुलेआम हमले कर रहे हैं। कानून-व्यवस्था का ये हाल और दलित आदिवासियों पर हमला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उप्र में दबंगों ने गवाही देने के लिए भयावह तरीके से दलित भाइयों की पिटाई कर दी।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) November 6, 2019
भाजपा सरकार मूकदर्शक बनी देख रही है। हर रोज दलित-आदिवासियों पर दबंग-अपराधी खुलेआम हमले कर रहे हैं।
कानून-व्यवस्था का ये हाल और दलित आदिवासियों पर हमला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। https://t.co/C9YcIvHKrj
क्या है सच ?
भास्कर हिंदी टीम ने अपनी पड़ताल में पाया कि प्रियंका गांधी वाड्रा का किया गया दावा गलत है। प्रियंका गांधी के ट्वीट के नीचे ही मैनपुरी पुलिस ने अपने ऑफिशियल अकाउंट से रिप्लाई कर दावा का खंडन किया है। मैनपुरी पुलिस के मुताबिक, चैनलों द्वारा भ्रामक खबर चलाई जा रही है। दोनों पक्ष राजपूत (ठाकुर) समुदाय से हैं। जिसमें कोई भी पक्ष दलित समुदाय से नहीं है। दोनों पक्षों में धान की फसल काटने को लेकर विवाद हुआ था। दोनों पक्षों की लिखित तहरीर के आधार पर अभियोग पंजीकृत कर एक पक्ष के पांच व्यक्ति तथा दूसरे पक्ष के दो व्यक्तियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।
उक्त खबर का खण्डन किया जाता है कि झगड़ा राजपूत परिवारों में हुआ था। जिसमें अभियोग पंजीकृत कर विधिक कार्यवाही की जा रही है। #uppagainstfakenews @Uppolice pic.twitter.com/Bl4V6sVwYt
— MAINPURI POLICE (@mainpuripolice) November 6, 2019
इसके अलावा उत्तरप्रदेश पुलिस ने ट्विटर पर मैनपुरी के पुलिस अधीक्षक की बाइट शेयर की है।
सोशल मीडिया पर कतिपय चैनलों द्वारा मैनपुरी से संबंधित एक भ्रामक वीडियो चलाया जा रहा है जिसमे अनुकूल गवाही न देने पर एक वर्ग विशेष के व्यक्तियों की पिटाई का दुष्प्रचार किया जा रहा है। इस सम्बंध में पुलिस अधीक्षक मैनपुरी की बाइट। @CMOfficeUP @HindiNews18 @AmarUjalaNews pic.twitter.com/sIFgw4Ahbr
— UP POLICE (@Uppolice) November 6, 2019
यह साफ है कि दबंगों द्वारा दलितों की पिटाई का दावा गलत है। असल में धान की फसल काटने को लेकर ठाकुर समुदाय के दो पक्षों के बीच मारपीट हुई थी।