राजनीतिक रुप से संकट में घिरे इमरान खान ने नहीं काटा जन्मदिन का केक, यहां जाने वायरल तस्वीर का सच
फर्जी खबर राजनीतिक रुप से संकट में घिरे इमरान खान ने नहीं काटा जन्मदिन का केक, यहां जाने वायरल तस्वीर का सच
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 1992 में क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद इमरान ने अपनी पार्टी तहरीक-ए-इंसान का गठन किया था। उनके इस राजनीतिक सफर में वे आगे चल कर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने, लेकिन अब उनकी पार्टी में चल रहे मतभेद के चलते दो दर्जन सांसदों ने बगावत कर दी है। वहीं दूसरी ओर पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा भी इमरान के समर्थन में नहीं है। इस समय राजनीतिक रुप से संकटो से घिरे हुए है इमरान खान।
Everyone knows who is behind the killing of thousands of people the government of Pakistan can not do this to make their evil planning..#PakistaniSharmindaHai pic.twitter.com/o3kyRdL98d
— Payal (@Payal82925465) March 23, 2022
हाल ही में सोशल मीडिया पर एक फोटो वायरल हो रही है, जिसमें खान केक काटते नजर आ रहे हैं, और उनके इर्द-गिर्द कई महिलाएं और फोटोग्राफर फोटो लेते नजर दिखाई दे रहे हैं। वायरल हो रही फोटो के साथ लिखा है, "जीडीपी जाए गड्ढे में, मैं बिजी हूं बर्थडे में"। इस फोटो के साथ #PakistaniSharmindaHai हैशटैग्स को यूज कर पोस्ट किया जा रहा है।
क्या है सच्चाई?
भास्कर हिन्दी कि फेक्ट चेक टीम ने इस फोटो के पीछे का सच जानने के लिए फोटो को गूगल पर रिवर्स सर्च किया। रिवर्स सर्च के दौरान हमें ये फोटो रजी नाम के एक फोटोग्राफर के ट्वविटर आकाउट पर मिला। रजी ने 6 अक्टूबर 2014 को इमरान खान को जन्मदिन कि बधाई देते हुए यह पोस्ट शेयर किया था। आपको बता दें कि इमरान का जन्मदिन 5 अक्टूबर को आता है। इस फोटो में साफ तौर पर देख जा सकता है कि केक पर ‘हैप्पी बर्थडे इमरान खान’ के साथ ‘गो नवाज गो’ भी लिखा हुआ है। थोड़ और सर्च करने पे यही फोटो हमें पाकिस्तानी खेल पत्रकार साज सादिक के ट्वविटर आकाउंट पर भी मिली। सादिक ने फोटो के साथ लिखा था, "इमरान खान की पार्टी के कार्यकर्ताओं और समर्थकों द्वारा उन्हें दिए गए तीन में से एक केक की तस्वीर"।
क्यों हुई वायरल तस्वीर?
रिर्पोट के अनुसार पाकिस्तान का जीडीपी साल 2019 में 2.1 प्रतिशत था। हालांकि 2020 में कोरोना के चलते घटा था पर अब 2022 में 4 प्रतिशत बढ़ने की संभावना जताई गई है। तो जाहिर है कि इस फेक फोटो को वायरल करने का मकसद सिर्फ इमरान कि आलोचना करना था।