Fake News: क्या CAA के विरोध में युवकों ने तोड़ा अमर जवान स्मारक?
Fake News: क्या CAA के विरोध में युवकों ने तोड़ा अमर जवान स्मारक?
Bhaskar Hindi
Update: 2019-12-20 05:13 GMT
डिजिटल डेस्क। नागरिकता संशोधन एक्ट को लेकर देशभर में बवाल मचा हुआ है। सोशल मीडिया पर फर्जी फोटो, वीडियो और खबरों का भंडार सा लग गया है। ऐसी ही एक फर्जी फोटो फेसबुक पर वायरल हो रही है। तस्वीर में दो युवक अमर जवान स्मारक को तोड़ते हुए नजर आ रहे हैं।
फेसबुक पर फोटो को Anjay Kumar ने शेयर किया है। कैप्शन है, "देश को पता चलना चाहिए कितने गद्दार पाले है इस बिल के आने से सभी देशवासियों की आंख पर पड़ा पर्दा शायद अब उठ गया होगा।" इनके पोस्ट को 30 से ज्यादा लोग शेयर कर चुके हैं।
क्या है सच?
भास्कर हिंदी टीम ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल फोटो साल 2012 की है। इसका हाल ही में हो रहे विरोध प्रदर्शन से कोई लेना-देना नहीं है। पड़ताल में हमें Midday की एक न्यूज मिली। जिसमें वायरल हो रही फोटो है। यह खबर 14 अगस्त 2012 को प्रकाशित हुई है। जिसके के अनुसार मुंबई के अमर जवान ज्योति को क्षतिग्रस्त करने वाले दो दंगाइयों में से एक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। असम और म्यांमार में मुस्लिमों के खिलाफ हिंसा के विरोध में रजा अकादमी ने 11 अगस्त 2012 को आजाद मैदान में सभा की थी। कुछ मौलवियों के भड़काऊ भाषण के बाद हिंसा हो गई थी।
यह साफ है कि सोशल मीडिया पर किया जा रहा दावा गलत है।