जानें भाजपा नेता गोपीनाथ मुंडे की फोटो पकड़े हुए राहुल गांधी की वायरल तस्वीर के पीछे का सच
फैक्ट चैक जानें भाजपा नेता गोपीनाथ मुंडे की फोटो पकड़े हुए राहुल गांधी की वायरल तस्वीर के पीछे का सच
डिजिटल डेस्क, भोपाल। सोशल मीडिया पर राहुल गांधी की एक तस्वीर जमकर वायरल हो रही है। यह फोटो हाल ही में चल रहे भारत जोडो यात्रा के दौरान की है। भारत जोड़ो यात्रा 7 सितंबर 2022 को कन्याकुमारी से शुरु हुआ था और यात्रा 20 नवंबर को मध्य प्रदेश पहुंचेगी। इससे पहले यात्रा महाराष्ट्र में पहुंच चुकी है। इसी बीच सोशल मीडिया पर एक तस्वीर जमकर वायरल हो गई। जिसमें राहुल गांधी अपने हाथों में पूर्व केंद्रीय मंत्री व महाराष्ट्र के भाजपा नेता गोपीनाथ मुंडे की तस्वीर पकड़े दिख रहे हैं। वायरल तस्वीर को लेकर जब पड़ताल किया गया तो सामने आया कि यह एडिटेड फोटो है। तो आइए जानते है कि वायरल फोटो के पीछे का सच क्या है?
असली तस्वीर में राहुल गांधी के हाथों में महारानी अहिल्याबाई होलकर की फोटो हैं। महारानी की तस्वीर हटाकर गोपीनाथ की तस्वीर लगा दी गई है। फोटो में राहुल गांधी के साथ एक अन्य शख्स फोटो पकड़े दिख रहे है। इस पर लिखा है,-"दैवत स्व. गोपीनाथरावजी मुंडे साहेब"।
एक यूजर ने इस फोटो को फेसबुक पर शेयर करते हुए लिखा कि "राहुल जी तुम्हीं इन पलों में सम्मान की आत्मीयता है, तो जिम्मेदारी से लड़ने का विश्वास भी. वादा है- न आत्मीयता को कमजोर पड़ने दिया जाएगा और न ही विश्वास टूटने दिया जाएगा. क्योंकि हम हैं- #BharatJodoYatra के तपस्वी।
फोटो के जरिए यह कहने की कोशिश की जा रही है कि राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान दूसरे राजनीतिक दल बीजेपी के दिवंगत नेता गोपीनाथ मुंडे की तस्वीर पकड़कर लोगों को राजनीति के ऊपर उठने का संदेश दिया है।
कैसे लगा सच्चाई का पता
वायरल फोटो को सर्च करने पर ये सामने आया कि यही फोटो राहुल गांधी के ऑफिसियल फेसबुक पेज पर मिली, पेज में पोस्ट मौजूद है फोटो में राहुल ने महारानी अहिल्याबाई होलकर की तस्वीर अपने हाथो में पकड़े हुए दिख रहे हैं, पोस्ट में बताया गया है कि फोटो महाराष्ट्र के हिंगोली की है। इसके अलावा पीटीआई ने 12 नवंबर की रिपोर्ट में इसी तस्वीर का उपयोग किया है उसमें भी महारानी की फोटो लगी हुई है।
गोपीनाथ मुंड़े महाराष्ट्र में भाजपा के दिग्गज नेता थे। आरएसएस और जनसंघ से उनका पुराना नाता था। वर्ष 2009 में बीड संसदीय सीट से सांसद चुने गए थे व महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम भी रह चुके हैं। उनकी छवि एक जमीनी नेता की थी। साल 2014 में मोदी के सरकार आने के कुछ दिनों के बाद ही 3 जून 2014 को दिल्ली में सड़क हादसे में उनका देहांत हो गया था।