Fake News: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में सरकारी अफसर ने की फर्जी वोटिंग, जानें वायरल वीडियो का सच
Fake News: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में सरकारी अफसर ने की फर्जी वोटिंग, जानें वायरल वीडियो का सच
डिजिटल डेस्क। सोशल मीडिया पर अमेरिका चुनाव को लेकर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वायरल वीडियो में इलेक्शन ड्यूटी कर रहे सरकारी अफसर ही फर्जी वोटिंग करते दिख रहे हैं। वीडियो अमेरिका में हुए राष्ट्रपति चुनाव का बताकर शेयर किया जा रहा है। सोशल मीडिया यूजर्स का दावा है कि ये फर्जी वोटिंग ट्रंप के विरोध में की गई है।
किसने किया शेयर?
कई ट्विटर और फेसबुक यूजर ने भी यही दावा किया है।
अमेरिका में चुनाव कराने वाले खुद जब फर्जी वोटिंग डाला तो @realDonaldTrump जी SC तो जाएँगेहि ना इसी लिए लिबरल गैंग बहुत खुश हैं pic.twitter.com/PuXqKzzMdC
— Pushpendra Kulshreshtha (@ThePushpendra_) November 6, 2020
क्या है सच?
भास्कर हिंदी की टीम ने पड़ताल में पाया कि, सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है। इंटरनेट पर हमें ऐसी कोई विश्वसनीय खबर नहीं मिली। जिससे पुष्टि होती हो कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में फर्जी वोटिंग से जुड़ा कोई वीडियो सामने आया है।
वीडियो के स्क्रीनशॉट को गूगल पर रिवर्स सर्च करने से न्यूज एजेंसी AFP के ऑफिशियल यूट्यूब चैनल पर भी हमें यही वीडियो मिला। AFP के चैनल पर वीडियो 18 मार्च, 2018 को अपलोड किया गया है। जाहिर है इसका साल 2020 में हो रहे अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से कोई संबंध नहीं है।
कैप्शन से पता चलता है कि वीडियो रूस का है। 2 साल पहले रूस में हुए चुनाव में वोटिंग करा रहे सरकारी स्टाफ के कुछ लोग ही फर्जी वोटिंग करते देखे गए थे। उसी वीडियो को अमेरिकी चुनाव का बताकर शेयर किया जा रहा है। वॉशिंगटन पोस्ट वेबसाइट पर 19 मार्च, 2018 की खबर में भी फेक वोटिंग के इस वीडियो को रूस का ही बताया गया है। इन सबसे साफ है कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो अमेरिका नहीं रूस का है। 2 साल पुराने वीडियो को गलत दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
निष्कर्ष: सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है। दअरसल वीडियो अमेरिका का नहीं रूस का है।