क्या बच्चे ने कार का फास्टैग स्कैन कर उड़ा लिए पैसे? जाने वायरल वीडियो का सच

फैक्ट चैक क्या बच्चे ने कार का फास्टैग स्कैन कर उड़ा लिए पैसे? जाने वायरल वीडियो का सच

Bhaskar Hindi
Update: 2022-06-28 12:58 GMT
क्या बच्चे ने कार का फास्टैग स्कैन कर उड़ा लिए पैसे? जाने वायरल वीडियो का सच

डिजिटल डेस्क, भोपाल। बीते कई दिनों से सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि हाथ में स्मार्ट वॉच जैसी एक विशेष मशीन पहनकर एक बच्चे द्वारा कार को साफ करने के बहाने फास्टैग से पैसे चोरी किए जा रहे हैं। लोग इस वीडियो को सच्ची घटना बताकर अलग- अलग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों पर शेयर कर रहे हैं।  

वायरल वीडियो को शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा, "पेटीएम मैं आपका फास्टैग का यूज करता हूं। देखिए ये बच्चा कैसे एक स्मार्टवॉच के जरिये फास्टैग से पैसे चोरी कर रहा है। ऐसे ठगों से मेरे पैसे बचाने के लिए आप क्या स्टेप उठा रहे हैं?"

 


क्या है वायरल वीडियो में

वायरल वीडियो में एक बच्चा कार का शीशा साफ करने के बहाने उस पर लगे फास्टटैग को अपने हाथ में बंधी स्मार्ट वॉच के जरिए स्कैन करता है। इसके बाद वह अचानक वहां से जाने लगता है। कार के अंदर बैठे दो लोग यह देखकर अचरज में पड़ जाते हैं कि, बच्चा कार को साफ करने के बाद बिना पैसे लिए हड़बड़ी में बिना कुछ कहे-सुने जाने लगा। वो लोग उस बच्चे को बुलाकर उससे कुछ बात करते हैं। लेकिन, बच्चा बिना बात किए ही भागने लगता है। कार में बैठे दो में से एक शख्स उसे पकड़ने की कोशिश करता है पर कामयाब नहीं हो पाता। इसके बाद कार को ड्राइव करने वाला शख्स अपने साथ वाले व्यक्ति को बताता है कि, ये सब फास्टैग को स्कैन कर ठगी करने का नया तरीका है।

पड़ताल – हमारी टीम ने इस वायरल वीडियो के बारे में जानकारी एकत्रित करने के लिए इसके बारे में रिसर्च की। रिसर्च में हमने पाया कि वायरल वीडियो को कई फेसबुक अकाउंट्स ने शेयर करते हुए ‘बकलोल वीडियो’ नाम के एक फेसबुक पेज को टैग किया गया है। इस पेज पर सर्च करने के बाद हमें यहां वायरल वीडियो मिल गया। वीडियो के साथ एक डिस्लेमर भी दिया गया था जिसमें लिखा था कि, ये वीडियो स्क्रिप्टेड है जिसे सामाजिक जागरुकता के लिए बनाया गया है। वीडियो में काम करने वाले एक्टर अनुभव गोली ने भी मीडिया से बात करते हुए इस बात की पुष्टि की है।

इसके अलावा वायरल वीडियो पर भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) ने भी प्रतिक्रिया दी है। एनपीसीआई के मुताबिक, फास्टैग को इस तरह से बनाया गया है कि इसमें पैसा वाहन चालक के खाते से मर्चेन्ट के खाते में ही जा सकता है। एक व्यक्ति के खाते से किसी अन्य व्यक्ति के खाते में इस तरीके से पैसे जाना असंभव है।

 

पीआईबी फैक्ट चैक ने भी ट्वीट करते हुए वायरल वीडियो को फर्जी बताया है। 

पेटीएम ने भी वायरल वीडियो पर प्रतिक्रिया दी है। पेटीएम ने ट्वीट कर कहा, फास्टैग के माध्यम से केवल अधिकृत मर्चेंट्स ही पैसे काट सकते हैं।

 

इस तरह हमारी पड़ताल में सामने आया कि बच्चे द्वारा कार साफ करने के बहाने स्मार्ट वॉच के जरिए फास्टैग से पैसे चोरी करने वाला यह वीडियो स्क्रिप्टेड है, जिसे सामाजिक जागरुकता के लिए बनाया गया था।

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