Fake News: क्या सच में कोरोना वायरस के संक्रमित लोगों को मार रही है चीन की पुलिस ?
Fake News: क्या सच में कोरोना वायरस के संक्रमित लोगों को मार रही है चीन की पुलिस ?
डिजिटल डेस्क। घातक कोरोना वायरस का कहर दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है। चीनी प्रशासन के मुताबिक शुक्रवार तक वायरस की चपेट में आने से 1380 लोगों ने अपनी जान गंवा दी है। वहीं 63,851 लोगों में संक्रमण की पुष्टि की गई है। इसी बीच चीनी पुलिस के वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहें है। एक वीडियो में दो पुलिसकर्मी बंदूकें लेकर घूम रहे हैं। इस वीडियो के साथ बताया जा रहा है कि पुलिस वायरस से पीड़ित लोगों को मार रही है।
Chinese police shooting to kill people sick with Coronavirus that refuse to be evacuated. Cremation followed the public execution! pic.twitter.com/4p843SqK41
— David Zublick (@AmericaTalks) February 13, 2020
वहीं एक अन्य वीडियो में कुछ पुलिसकर्मी एक महिला को कार से बाहर निकालने के बाद महिला को जबरन घसीटते हुए दिखाई दे रहै हैं। सोशल मीडिया के बहुत से यूजर्स इस वीडियो को शेयर करते हुए बता रहे है कि पुलिसकर्मियों ने उस महिला की हत्या कर दी, क्योंकि वह घाटक कोरोना वायरस से संक्रमित थीं।
I WAS WONDERING HOW THEY KNOCKED HER OUT. COULD IT BE THEY KILLED HER?
— Tomthunkit™ (@TomthunkitsMind) February 14, 2020
SHARE: Woman‘s neck broken by Chinese Police after refusing a random forced confinement amid Coronavirus Outbreak in China.#Coronavirus pic.twitter.com/iKr3Xq3kLG
via CitizenFour2020 02#FridayThoughts
क्या है सच?
भास्कर हिंदी टीम ने अपनी पड़ताल पर पाया कि इस वीडियोज को लेकर किए जा रहे सभी दावे गलत हैं। अंग्रेजी वेबसाइट बूम लाइव की रिपोर्ट के मुताबिक बंदूक लिए पुलिसकर्मियों का वीडियो फेक है। रिपोर्ट के अनुसार यह वीडियो यिवु शहर का है। जहां, पागल कुत्ते को मारने के लिए पुलिस कार्रवाई कर रही थी। वहीं महिला के वीडियो में पड़ताल पर पाया गया कि महिला, किसी भी प्रकार से कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं थी। बता दें कि चीनी सरकार ने प्राइवेट कार चलाने पर बैन लगा रखा है और यह महिला अपनी कार चला रही थी। इसी कारण पुलिस उसे हिरासत में ले रही थी।
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