क्या ‘प्रधानमंत्री ज्ञानवीर योजना’ के तहत पंजीकरण करने पर सभी युवाओं को प्रतिमाह 3400 रुपये दिए जा रहे हैं? जाने वायरल मैसेज का सच
फैक्ट चैक क्या ‘प्रधानमंत्री ज्ञानवीर योजना’ के तहत पंजीकरण करने पर सभी युवाओं को प्रतिमाह 3400 रुपये दिए जा रहे हैं? जाने वायरल मैसेज का सच
डिजिटल डेस्क, भोपाल। सोशल मीडिया के इस दौर अलग-अलग सोशल मीडिया प्लेटफार्मों कई तरह की मैसेज या वीडियो वायरल होते रहते हैं, जिनमें युवाओं को सरकारी योजनाओं के जरिए रुपये या फिर रोजगार प्रदान करने का दावा किया जाता है। ऐसा ही एक मैसेज इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। मैसेज में ‘प्रधानमंत्री ज्ञानवीर योजना’ के तहत पंजीकरण करने पर सभी युवाओं को प्रतिमाह 3400 रुपये देने का दावा किया जा रहा है।
क्या है वायरल मैसेज में?
वायरल मैसेज में सबसे ऊपर एक हेडलाइन लिखी है, ‘सरकार का बड़ा फैसला’। इसके बाद नीचे दूसरी लाइन से लिखा है, ‘सभी युवाओं को मिलेंगे 3400 रुपये हर महीने, मैंने तो 3400 रुपये प्रधानमंत्री ज्ञानवीर योजना से प्राप्त कर लिए, आप भी अभी रजिस्ट्रेशन करें।‘ मैसेज में योजना का लाभ लेने के लिए रजिस्ट्रेशन कराने की बात कही गई है। साथ ही रजिस्ट्रेशन लिंक भी दी गई है।
पीआईबी फैक्ट चैक ने बताया मैसेज को फर्जी
दावा: प्रधानमंत्री ज्ञानवीर योजना के तहत पंजीकरण करने पर सभी युवाओं को प्रति माह ₹3400 दिए जाएंगे। #PIBFactCheck
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) July 5, 2022
यह दावा फ़र्ज़ी है।
इस तरह की किसी वेबसाइट/लिंक पर अपनी निजी जानकारी साझा न करें।
ऐसे संदेशों को फॉरवर्ड करने से पहले #FactCheck जरूर कर लें। pic.twitter.com/dWFVCR3rFv
पीआईबी फैक्ट चैक ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट करके वायरल मैसेज को फर्जी बताया है। पीआईबी ने लिखा, प्रधानमंत्री ज्ञानवीर योजना के तहत पंजीकरने करने पर सभी युवाओं को प्रति माह 3400 रुपये दिए जाने का दावा करने वाला मैसेज पूरी तरह से फर्जी है। इस तरह की किसी वेबसाइट/लिंक पर अपनी निजी जानकारी साझा न करें। ऐसे संदेशों को फॉरवर्ड करने से पहले फैक्ट चैक जरुर कर लें।
इस तरह के दावे करने वाले संदेशों पर न करें भरोसा
अगर आपको भी इस तरह के कोई मैसेज मिलें तो उन पर बिल्कुल भी विश्वास न करें। साथ ही इस तरह की कोई भी संदिग्ध जानकारी आपके पास आए तो उसे पीआईबी के व्हाटसएप नंबर 8799711259 या फिर ऑफिशियल वेबसाइट socialmedia@pib.gov.in पर साझा जरुर करें। इसके अलावा ऐसे किसी भी वायरल मैसेज की सच्चाई जानने के लिए उसे पीआईबी की ऑफिशियल वेबसाइट पर विजिट कर एक बार क्रॉस वैरिफाइड जरुर करें।