फैक्ट चेक: उत्तर प्रदेश के बहराइच में हुई हिंसा के नाम पर महाराजगंज की वीडियो वायरल, दुर्गा माता का डोला निकालते वक्त मचा था बवाल
- महाराजगंज घटना का वीडियो बहराइच हिंसा से जोड़कर किया वायरल
- डोला निकालते समय हुआ था पथराव
- रिवर्स सर्च में पता चली सच्चाई
डिजिटल डेस्क, भोपाल। उत्तर प्रदेश के बहराइच में हाल के दिनों में हुई हिंसा में एक युवक की जान चली गई। इस कड़ी में सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से शेयर किया जा रहा है। इस वीडियो में भीड़ को देखा जा सकता है जिनके हाथों में भगवा रंग के झंडे हैं। लोग इस वीडियो को सोशल मीडिया पर शेयर कर यह दावा कर रहे हैं कि यह बहराइच में हुई घटना के दौरान का वीडियो है। लेकिन जांच में कुछ और ही पता चला है। आपको बता दें कि, इस वीडियो का बहराइच हिंसा से कोई ताल्लुक नहीं है।
क्या हो रहा है वायरल?
‘Jitendra pratap singh’ नामक फेसबुक यूजर ने वायरल वीडियो को शेयर कर लिखा- सभी हिंदुओं से निवेदन है कि बहराइच के इस सच को वायरल करें। अब खुलासा हो गया है कि पहले रामगोपाल जी उस मुस्लिम के घर की छत पर नहीं चढ़े थे। गौर से देखो पहले जिह!दियों ने पहले भगवा ध्वज छीनकर फाड़ फेंका, पीछे से दुर्गा शोभायात्रा पर पत्थर फेंका। दुर्गा प्रतिमा का हाथ टूट कर गिर गया उसके बाद जहां से पत्थर फेंका गया उसे घर पर रामगोपाल जी चढ़े और भगवा झंडा लगाया। इसी के बाद बहराइच में माहौल खराब हुआ। दिखाओ दुनिया को असली दंगाई कौन है??
क्या है वायरल वीडियो के पीछे की सच्चाई?
‘Jitendra pratap singh’ नामक शख्स ने फेसबुक के साथ-साथ एक्स पर भी वीडियो शेयर कर वही दावा किया था। जब हमने पोस्ट को अच्छे से देखा तो एक Vishwa Deepak Tiwari Advocate ने इसी पोस्ट के नीचे कमेंट किया हुआ था। उन्होंने लिखा- क्या बकवास है। दूसरे जगह का वीडियो डालकर लोगों को गुमराह किया जा रहा है।ये वीडियो बहराईच का नहीं बल्कि महाराजगंज जनपद के मिश्रौलिया ग्राम पंचायत का है।
जांच आगे बढ़ाते हुए जब हमने और सर्च किया तो हमें 'Lalit Art' का यूट्यूब चैनल मिला जिसपर वायरल वीडियो से जुड़ी जानकारी दी गई थी। यहां से मिली जानकारी के मुताबिक, यह घटना उत्तर प्रदेश के महाराजगंज की है जहां दुर्गा पंडाल से माता का डोला निकालते वक्त दो पक्षों में बवाल मच गया था। साथ ही, पथराव भी हुआ।
ईटीवी भारत की खबर के अनुरार, यह घटना महाराजगंज के निचलौल थाना क्षेत्र की बताई जा रही है। इससे यह साफ होता है कि वायरल हो रही वीडियो गलत दावे से वायरल की जा रही है।