फैक्ट चेक: अस्पताल में भर्ती हुए भाजपा प्रत्याशी मनोज तिवारी, सिर और गर्दन पर लगी चोट? जानिए वायरल तस्वीर की सच्चाई
- मनोज तिवारी की अस्पताल बेड वाली तस्वीर वायरल
- दावा - वायरल तस्वीर हालिया है
- जानिए वायरल तस्वीर की सच्चाई
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश भर में पांच चरणों की वोटिंग पूरी हो चुकी है। 25 मई को पांचवे और 1 जून को छठे चरण की वोटिंग होगी। इसके बाद 4 जून को मतों की गणना कर चुनाव आयोग के तरफ से परिणाम घोषित किए जाएंगे। लेकिन पांचवे चरण (25 मई) की वोटिंग से पहले उत्तर पूर्वी लोकसभा क्षेत्र के भाजपा प्रत्याशी मनोज तिवारी की एक तस्वीर इन दिनों सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर तेजी से वायरल हो रही है। तस्वीर में मनोज तिवारी को अस्पताल के बेड पर सिर और गर्दन में पट्टी लगाए देखा जा सकता है। सोशल मीडिया यूजर्स इस तस्वीर को हालिया बताकर शेयर कर रहे हैं।
दावा - 'रूपेश कुमार यादव' नाम के फेसबुक यूजर ने अपने अकाउंट से मनोज तिवारी की तस्वीर 23 मई को शेयर किया। तस्वीर शेयर करते हुए यूजर ने लिखा, "ऐसा मारा तमाचा, सह ना पईले रिंकिया के पापा !!" बीजेपी नेता मनोज तिवारी की इस तस्वीर को विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर समान या मिलते-जुलते दावे के साथ शेयर किया जा रहा है।
पड़ताल - वायरल तस्वीर के साथ किए जा रहे दावे की सच्चाई जानने के लिए हमारी टीम ने पड़ताल शुरू की। सबसे पहले हमने गूगल रिवर्स इमेज सर्च टूल की मदद से जानकारी जुटाने की कोशिश की। इस दौरान हमें तस्वीर से जुड़ी एक न्यूज रिपोर्ट न्यूज 18 के वेबसाइट पर 12 अक्टूबर 2021 को पब्लिश की हुई मिली। न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक, "मनोज तिवारी अन्य कार्यकर्ताओं के साथ दिल्ली में छठ पूजा पर लगे बैन हटाने की मांग करने के लिए सीएम हाउस के पास प्रदर्शन कर रहे थे। इस दौरान दिल्ली पुलिस ने सीएम हाउस के चारों ओर बैरिकेडिंग की हुई थी। इसी दौरान मनोज तिवारी बैरिकेड पर चढ़कर उसे पार करने की कोशिश करने लगे,तभी पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछार का इस्तेमाल किया था। जिससे वह बैरिकेड से गिरकर बेसुध हो गए थे और उन्हें चोट लग गई थी।"
हमारी जांच में पता चला कि मनोज तिवारी की वायरल तस्वीर कोरोना काल की है। कोविड के दौरान दिल्ली में छठ पूजा पर केजरीवाल सरकार की तरफ से लगाए गए बैन के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान बीजेपी नेता को चोट आई थी, जिसे अब गलत दावे के साथ हालिया बताकर शेयर किया जा रहा है। हमारी पड़ताल में वायरल तस्वीर के साथ किया जा रहा दावा भ्रामक साबित हुआ।