महाराष्ट्र में CM फेस पर सस्पेंस बरकरार: क्या मुख्यमंत्री की रेस से बाहर होकर केंद्र की पारी शुरू करेंगे एकनाथ शिंदे, रामदास अठावले के बयान के क्या हैं मायने?
- महाराष्ट्र में सीएम फेस पर फंसा पेंच
- एकनाथ शिंदे के केंद्र में जाने की अटकलें
- रामदास अठावले ने दिया बयान
डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित हुए 3 दिन बीत चुके हैं। लेकिन, इसके बावजूद महायुति से सीएम फेस पर पेंच सुलझता नजर नहीं आ रहा है। महायुति में भाजपा से देवेंद्र फडणवीस और शिवसेना से एकनाथ शिंदे के बीच सीएम पद की दावेदारी पर पेंच फंस रहा है। इस बीच केंद्र की मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने एकनाथ शिंदे को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि शिंदे को केंद्र में लाना चाहिए।
रामदास अठावले ने कहा कि एकनाथ शिंदे को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद की दावेदारी से हटकर केंद्र की ओर रुख करना चाहिए। यदि शिंदे मुख्यमंत्री पद नहीं छोड़ना चाहते हैं तो महायुति के नेतृत्व वाली भाजपा को अजित पवार की एनसीपी के साथ मिलकर सरकार बनानी चाहिए।
अठावले ने एकनाथ शिंदे को लेकर कही ये बात
अठावले ने कहा कि राज्य में ढाई साल एकनाथ शिंदे ने बतौर मुख्यमंत्री बढ़िया काम किया। उन्होंने अपने कार्यकाल में काफी बेहतरीन काम किया है। अब शिंदे को केंद्र में आना चाहिए। देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री बनना चाहिए।
इस बीच मंगलवार को मुंबई के एकनाथ शिंदे ने राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात करके मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा सौंप दिया है। इस दौरान शिंदे के साथ देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार भी मौजूद रहे थे।
दरअसल, महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों में बंपर जीत दर्ज करने वाली महायुति में सीएम फेस पर तस्वीर साफ नहीं हो पाई है। सू्त्रों के मुताबिक, महायुति में सर्वाधिक सीटें जीतने वाली भाजपा सीएम पद पर दावेदारी जता रही है। जबकि, शिंदे गुट का कहना है कि चुनाव में महायुति को जीत दिलाने के पीछे शिंदे सरकार की ओर से जारी नीतियां है।
दिल्ली पहुंचे देवेंद्र फडणवीस
महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री चेहरे पर जारी सस्पेंस के सिलसिले के बीच सोमवार को देवेंद्र फडणवीस दिल्ली पहुंचे। इस दौरान उन्होंने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला की बेटी की शादी के रिसेप्शन में शिरकत दी। सूत्रों का कहना है कि फडणवीस जल्द ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ मुलाकात कर सकते हैं। इस दौरान वह महाराष्ट्र में सरकार बनने के पैटर्न पर चर्चा कर सकते हैं।